जम्मू कश्मीर के कठुआ में आतंकवादी हमले में शहीद हुए उत्तराखंड के पांच जवानों का बुधवार को उनके पैतृक स्थानों पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। परिजनों और ग्रामीणों ने अपने दुलारों को नम आंखों से अंतिम विदाई दी। इससे पहले जवानों के पार्थिव शरीर राष्ट्रीय ध्वज में लिपटे ताबूतों में उनके घर पहुंचे तो माहौल गमगीन हो गया। शहीद के गांव के साथ-साथ आसपास के कई गांवों के सैंकड़ों लोग अंतिम दर्शनों के लिए पहुंचे और परिजनों को द्रवित देखकर हर किसी की आंखें भर आईं।
कमल सिंह का पार्थिव शरीर को देख सिसक उठीं महिलाएं
हवलदार कमल सिंह का पार्थिव शरीर जैसे ही उनके गांव नौदानू पहुंचा, उनके घर के बाहर एकत्र महिलाएं सिसक उठीं। हवलदार कमल सिंह परिवार के इकलौते कमाने वाले थे। उनके परिवार में पत्नी और दो बेटी के अलावा दादी (92) और मां (72) हैं। गांव के ही भगत सिंह नेगी ने बताया कि कमल जब चार साल के थे तब उनके पिता की अचानक मौत हो गई।
नेगी ने बताया कि उनकी मां ने गरीबी में भी खूब मेहनत की और उन्हें पढ़ाया। कमल का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ मंडल नदी के तट पर किया गया। उनके चाचा कल्याण सिंह ने मुखाग्नि दी। गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंट सेंटर लैंसडौन के कमांडेंट विनोद सिंह नेगी ने पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री की ओर से लैंसडौन के विधायक दिलीप रावत ने श्रद्धांजलि दी।
शहीद अनुज नेगी को पिता ने दी मुखाग्नि
पौड़ी जिले के एक अन्य शहीद अनुज नेगी का भी मंडल नदी के तट पर टांडा महादेव मंदिर के पास अंतिम संस्कार किया गया। उनकी चिता को उनके पिता भरत सिंह नेगी ने मुखाग्नि दी। रुद्रप्रयाग जिले के टांडा में नायब सूबेदार आनंद सिंह के घर पर भी ऐसा द्रवित करने वाला माहौल था। आनंद सिंह का बुधवार को अंतिम संस्कार किया गया। शहीद को अंतिम विदाई देने पहुंचे ग्रामीणों ने कहा कि कठुआ में सेना के काफिले पर हमला करने वाले पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों को सबक सिखाया जाना चाहिए।
टिहरी जिले के चौंद-जसपुर गांव निवासी लांस नायक विनोद सिंह का अंतिम संस्कार भी गंगा तट पर स्थित पूर्णानंद घाट पर पूरे सैन्य एवं राजकीय सम्मान के साथ किया गया। कीर्तिनगर ब्लॉक के डागर गांव निवासी शहीद जवान आदर्श नेगी का मलेथा स्थित अलकनंदा घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान ग्रामीणों ने पाकिस्तान विरोधी नारे लगाए।
राज्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल भी हुए भावुक
इससे पहले गढ़वाल राइफल्स के जवान विनोद सिंह का पार्थिव शरीर भानियावाला स्थित उनके आवास पर लाया गया। राज्य सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने शहीद को नमन किया और पुष्पांजलि अर्पित की। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने भी शहीद को श्रद्धांजलि दी। शहीद की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। राज्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल भावुक नजर आए। उन्होंने कहा कि यह सभी प्रदेशवासियों के लिए अत्यंत दुख की घड़ी है। अग्रवाल ने कहा, “मां भारती की रक्षा करते हुए आतंकवाद के खिलाफ हमारे वीर जवानों का यह सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।”