उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव से आने वाले कामरान खान को राजस्थान ने अपने टीम में लिया और रातोंरात वह मशहूर हो गए. वह ऐसे खिलाड़ी थे, जिन्होंने कभी फर्स्ट क्लास का मैच नहीं खेला और सीधे आईपीएल में एंट्री करने के बाद छा गए. उन्हें दुनिया के बड़े खिलाड़ी के साथ खेलने का मौका भी मिला. वह आईपीएल के 2009 सीजन में 11 विकेट लेकर क्रिकेट प्रेमियों के बीच अपनी जगह बना ली. धोनी का विकेट भी उनके नाम हुआ.
शानदार बॉलिंग को लेकर कामरान खान के एक्शन पर सवाल उठने के बाद बॉलिंग एक्शन को रिपोर्ट कर दिया गया और उन्हें 2 हफ्ते रिहैब जाना पड़ा. इसके बाद उनका एक्शन चेंज हो गया.
इसके बाद कामरान खान कभी उस तरह की बॉलिंग नहीं कर पाए, जैसा उन्होंने डेब्यू आईपीएल मैचों में खेला था. 2011 में पुणे वॉरियर्स ने भी उन्हें अपने टीम में लिया लेकिन वहां इंजरी होने के बाद आगे के आईपीएल में किसी फ्रेंचाइजी ने अपने टीम में नहीं लिया.
सबसे दुख की बात यह है कि उन्हें पैसों की तंगी के कारण खेतों में काम करना पड़ रहा है. वह खेतों में वक्त बिताते हैं और अभी भी क्रिकेट खेलने के मौके ढूंढ़ते रहते हैं. पर अब कोई भी टीम उनमें कोई इंट्रेस्ट नहीं रखती.