प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्योग संगठन फिक्की की 90वीं वार्षिक आमसभा (AGM) का उद्घाटन करेंगे. यह बैठक 13-14 दिसंबर को होने वाली है. फिक्की के अनुसार देश के किसी शीर्ष उद्योग संगठन की वार्षिक आमसभा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संबोधित किये जाने का यह पहला मौका होगा. गुजरात चनाव के महत्वपूर्ण मौके पर सबको इस बात की बेसब्री प्रतीक्षा होगी कि पीएम मोदी उद्योग जगत को क्या संदेश देते हैं.
असल में उद्योग चैंबर्स की AGM को प्रधानमंत्री द्वारा संबोधित करने की परंपरा रही है. इसके पहले यूपीए सरकार में तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह अक्सर प्रमुख इंडस्ट्री चैंबर्स के एजीएम को संबोधित करते रहे हैं. लेकिन पीएम मोदी ऐसे किसी AGM में नहीं गए थे. हालांकि, वह दलित इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स ऐंड इंडस्ट्री यानी डिक्की और फिक्की लेडीज ऑर्गनाइजेशन के कार्यक्रमों में गए थे. अब 13 दिसंबर को पहला मौका होगा जब नरेंद्र मोदी किसी इंडस्ट्री चैंबर के AGM को संबोधित करेंगे. इंडस्ट्री चैबर्स के AGM में सभी वित्त मंत्री भी जाते रहे हैं. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी पीएचडी चैबर के AGM में जा चुके हैं, जहां से उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी के मसले पर सरकार पर हमला बोला था.
GST के बाद उद्योग जगत से पहला सीधा संवाद
फिक्की ने एक बयान में कहा कि ऐसे समय में जब अर्थव्यवस्था ने सकारात्मक संकेत देने शुरू किए हैं, प्रधानमंत्री का उद्योग जगत को संबोधित करना उद्योगों की धारणा को और मजबूत कर सकता है. फिक्की ने कहा, ‘देश में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के क्रियान्वयन के बाद प्रधानमंत्री के इस संबोधन से उद्योग जगत से संवाद करने और जुड़ने की सरकार की कोशिशें मजबूत होने की संभावना है.’
फिक्की की इस वार्षिक आमसभा का थीम ‘नए भारत में भारतीय कारोबार’ (इंडियन बिजनेस इन न्यू इंडिया) रखी गई है. इसे वित्तमंत्री अरुण जेटली और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण भी 14 दिसंबर को संबोधित करने वाले हैं. एक विशेष सत्र को कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया संबोधित करेंगे. इनके अलावा, बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं वित्तमंत्री सुशील मोदी, पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा, केरल के वित्त मंत्री थॉमस आइजैक और जम्मू कश्मीर के वित्त मंत्री हसीब द्राबू भी इस दो दिवसीय बैठक को संबोधित करेंगे.