नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को दुनिया में फैले ‘अंतरराष्ट्रीय आतंक’ का उल्लेख किया। उन्होंने आतंकवाद का नाम लेते हुए पाकिस्तान पर निशाना साधा। डेक्कन डायलॉग के तीसरे एडीशन को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने आतंकवाद के अलावा जलवायु परिवर्तन और महामारी पर भी चर्चा की। उन्होंने बगैर नाम लिए ही कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय आतंक की वैश्विक प्रकृति से दुनिया अवगत हो रही है।
इससे पहले रविवार को 15वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बगैर चीन का नाम लिए ही उस पर निशाना साधा। उन्होंने दक्षिण चीन सागर का जिक्र किया और इस इलाके में हो रही घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा कि इससे इस क्षेत्र में विश्वास खत्म हो रहा है। एस जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया कि अंतरराष्ट्रीय कानूनों की अनुपालना और क्षेत्रीय अखंडता एवं संप्रभुता का सम्मान होना चाहिए। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 15वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए हिंद-प्रशांत क्षेत्र को लेकर भी बात की।
आतंकवाद को मंच पर लाने के पीछे हमारे अथक प्रयासों ने आतंकवाद के वित्त, कट्टरता और साइबर भर्ती जैसे पहलुओं को सामने रखा है।’ उन्होंने यह भी कहा, ‘ आतंकवाद की जहां तक बात है 9/11 के साथ ही ‘ये मेरी परेशानी नहीं’ युग का अंत हो गया लेकिन अभी भी सामूहिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय सहयोग के प्रयास की आवश्यकता है। हमारे पास हमारे पड़ोसी मुल्क में देश प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद का उदाहरण मौजूद है ।’ विदेश मंत्री ने कहा कि हमारा उद्देश्य इस मुद्दे पर व्यापक से है वह जब तक नहीं होगा हम आराम नहीं करेंगे।
यह डेक्कन डायलॉग विदेश मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा की गई शुरुआत है जिसका आयोजन हैदराबाद के इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस ने किया।