आज आपके समक्ष डिजिअल सिस्टम आने से हर एक क्षेत्र में प्रगति हो रही है. साथ ही साथ टाइम की भी बहुत बचत हो रही है.आज का यह जमाना डिजिअल एजुकेशन का है.डिजिअल सिस्टम के चलते अब हर एक क्षेत्र मन साफ सुथरा कार्य होगा और फर्जीवाड़ा से मिलेगा छुटकारा ,अब एनसीईआरटी भी अपना पूरा कंटेंट ऑनलाइन करने की तैयारी कर रहा है और अगले एक साल के भीतर यह काम पूरा भी कर लिया जाएगा.
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बताया जा रहा है की आने वाले समय में NCERT की किताबें खरीदना न पड़ेगा.छात्र ऑनलाइन बुक पड़ सकेगें.इससे पुस्तकों के लिए खर्च होने वाले पैसे की बचत होगी.और ऑनलाइन के माध्यम से पढाई करने की नई- नई टिप्स प्राप्त होंगी.
हलांकि फिलहाल कुछ किताबें अब भी आॅनलाइन उपलब्ध हैं,पर अधिकांश किताबों को आनलाइन लाना अभी बाकी है. यह जानकारी नेशनल काउंसिल फॉर एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT)के निदेशक डॉ. हृषिकेश सेनापथी ने दी.
डॉ. सेनापती ने कहा कि आज के दौर में तकनीक पर आधारित शिक्षा प्रचलन में है. दशक दर दशक इसमें बदलाव आता जा रहा है. आने वाले समय में जरूरत होगी कि बच्चों को सीखने का एक ऐसा माहौल दिया जाए, जिसमें वह खुद सीख सकें. उन्हें क्या पढ़ना है और कैसे पढ़ना है ये भी वो खुद ही तय करें.