2 महाराजा और एक धनपति से मध्यप्रदेश में सरकार नहीं बनेगी। मध्यप्रदेश में तो किसान पुत्र शिवराज की ही सरकार बनेगी। ये बात भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उज्जैन में कही। वे प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जन आशीर्वाद यात्रा के शुभारंभ के मौके पर बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
नानाखेड़ा स्टेडियम में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान की ये जन आशीर्वाद यात्रा 2018 की विजयी यात्रा में बदलेगी। मध्यप्रदेश में 3 बार से भाजपा की सरकार है और हमारे सीएम शिवराज सिंह चौहान जनता को अपनी ये उपलब्धि बताएंगे।
अमित शाह ने कहा कि 2018 में शिवराज और 2019 में नरेंद्र मोदी की सरकार बनेगी। उन्होंने ये भी कहा यूपीए सरकार ने मध्यप्रदेश को क्या दिया। कांग्रेस के बड़े नेता केंद्र में भी रहे लेकिन उन्होंने मध्यप्रदेश के लिए कुछ नहीं किया। अमित शाह ने शिवराज सिंह को देश के सफल मुख्यमंत्रियों में से एक हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर करारा वार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक परिवार की गुलाम है, जबकि हमारे पास यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है। जिनके नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है। राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले कांग्रेस के एक नेता मंदसौर आए थे उनको यह ज्ञान नहीं है कि प्याज कैसे पैदा होता है वह किसानों के हित की बात कर रहे हैं। कांग्रेस के जमाने में छोटे से छोटा देश भी हमको आंख दिखाता था, लेकिन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश अब पलटवार कर रहा है और देश के दुश्मनों को करारा जवाब दे रहा है।
उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस के राज में प्रदेश बीमारू राज्य बनकर रह गया था। भाजपा ने प्रदेश का कायाकल्प किया है और प्रदेश को आगे बढ़ाया है। उन्होंने दिग्विजयसिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले श्रीमान बंटाढार ने प्रदेश के हालत खराब कर दिए थे, अब हमारी सरकार ने प्रदेश के बिगड़े हालतों को सुधारा। कांग्रेस के जमाने में उनके सूत्रधार कहते थे कि शिप्रा-नर्मदा का मिलन असंभव है, लेकिन हमने असंभव को संभव कर दिखाया और शिप्रा-नर्मदा का मिलन कर शिप्रा को प्रवाहमान किया।
सीएम ने संबल योजना का जिक्र करते हुए कहा कि पहले बिजली कुछ समय के लिए आती थी तो बड़ी चर्चा होती थी, लेकिन अब बिजली आधे घंटे के लिए चली जाती है तो चर्चा होने लगती है। बिजली जाना मुद्दा बन जाता है। पहले बिजली के अभाव में किसानों की फसले सूख जाती थी, सड़कों की हालत काफी खराब थी, लेकिन भाजपा सरकार के आने के बाद सड़कों की हालत में काफी सुधार हुआ है।