टीम के कप्तान शाकिब अल हसन और खिलाड़ियों को फाइनल में धैर्यपूर्ण बर्ताव रखना होगा। श्रीलंका के खिलाफ मैच में शाकिब का अंपायरिंग निर्णयों के विरोध में टीम के बल्लेबाजों को मैदान से वापस बुलाने का इशारा करना और कथित रूप से ड्रेसिंग रूम को नुकसान पहुंचाना तो यही दर्शाता है।
टीम इंडिया और बांग्लादेश की क्रिकेटीय प्रतिद्वंद्विता वैसी तो नहीं है जैसी पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के साथ है, लेकिन 2015 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में हार के बाद बांग्लादेश जरूर भारतीय टीम को सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी मानती है।
मेलबर्न में हुए उस मैच में बांग्लादेशी क्रिकेटर अंपायरिंग के निर्णयों से नाखुश थे। तब रोहित शर्मा कमर की ऊंचाई से ऊपर फेंकी गई फुलटॉस पर कैच हो गए थे, जिसे अंपायर ने नोबॉल घोषित कर दिया था। उसी साल भारत को बांग्लादेश के खिलाफ वन-डे सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद भारतीय क्रिकेटरों के आपत्तिजनक बोर्डिंग ढाका की सड़कों पर लगे थे।
बांग्लादेशी खिलाड़ियों के प्रदर्शन में निरंतरता का अभाव है लेकिन शाकिब अल हसन, मुशफिकुर रहीम और महमुदुल्लाह को आप कम करके नहीं आंक सकते।
बल्लेबाजी में भारत
तुलनात्मक रूप से देखें तो रोहित शर्मा और शिखर धवन की भारतीय सलामी जोड़ी दुनिया भर में रन कर चुकी है लेकिन तमीम इकबाल और लिटन दास दिन विशेष ही अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर पाते हैं। धवन अब तक इस टूर्नामेंट में 200 से ज्यादा रन कर चुके हैं। जबकि रोहित शर्मा ने बांग्लादेश के ही खिलाफ अंतिम ग्रुप मैच में 61 गेंदों पर 89 रन बनाए हैं।
दोनों टीमों में किसी के पास टी-20 प्रारूप का सुरेश रैना जितना अनुभव नहीं है। सौम्य सरकार उनकी तुलना में नहीं ठहरते। विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक और मुशफिकुर रहीम लगभग बराबरी पर हैं। मनीष पांडेय के पास महमुदुल्लाह जितना अनुभव तो नहीं है लेकिन आईपीएल के दस वर्ष का अनुभव उनके पास जरूर है।
दूसरा पेसर चिंता का सबब
गेंदबाजी में शार्दुल ठाकुर के प्रदर्शन में स्थायित्व है जबकि स्पिनर वाशिंगटन सुंदर की पावरप्ले में गेंदबाजी भारत के लिए बड़ा मजबूत पक्ष है। विजय शंकर प्रभावशाली हैं लेकिन दुर्भाग्य से उनकी गेंदों पर कैच भी छूटे हैं। भारत के लिए एकमात्र चिंता दूसरे तेज गेंदबाज को लेकर है।
जयदेव उनाडकट और मोहम्मद सिराज दोनों खर्चीले साबित हो रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि इन दोनों में किसे अंतिम एकादश में जगह मिलती है। धीमी पिच पर अक्षर पटेल या दीपक हुड्डा को अतिरिक्त स्पिन ऑलराउंडर के रूप में आजमाया जा सकता है।
संभावित टीमें:
टीम इंडिया: रोहित शर्मा (कप्तान), शिखर धवन, सुरेश रैना, दिनेश कार्तिक, मनीष पांडे, जयदेव उनाडकट, युजवेंद्र चहल, विजय शंकर, शार्दुल ठाकुर, ऋषभ पंत, वॉशिंगटन सुंदर, लोकेश राहुल, अक्षर पटेल, दीपक हुड्डा और मोहम्मद सिराज।
बांग्लादेश: शाकिब अल हसन (कप्तान), मुशफिकुर रहीम, तमीम इकबाल, महमुदुल्लाह, रूबेल हुसैन, सब्बीर रहमान, सौम्य सरकार, नजमुल हसन, लिटन दास, तस्कीन अहमद, मुस्ताफिजुर रहमान, मेहदी हसन, इमरूल कायेस, अरिफुल हक, नुरूल हसन, अबु हैदर रोनी और अबु जायेद।