यह बात आप सभी को मालूम होनी चाहिए कि वास्तुशास्त्र में व्यक्ति के जीवन जीने के कई सिद्धांतों का उल्लेख किया गया है जो मनुष्य के लिए काफी ज्यादा लाभकारी है और वो मनुष्य को सही दिशा में जीवन जीने की दृष्टि प्रदान करता है. इसी के अनुसार यह भी माना गया है कि किसी भी जोड़े को शारीरिक संबंध बनाने के लिए कोई भी जगह अपनी मर्ज़ी के अनुसार नहीं चुन लेनी चाहिए, क्योंकि ऐसा करना अशुभ माना जाता है और तो और आपके ऐसा करने से आपके कुल का नाश होना भी संभव होता है.
वास्तुशास्त्र के जानकारों की माने तो अगर कोई जोड़ा कसी अनिवार्य जगहों पर संबंध बनाता है तो ऐसा करना से दोनों के बीच नबन होने लगती है. ऐसा करने से न तो केवल दोनों के रिश्ते खराब होने की संभावना बढ़ जाती है बल्कि कई बार ऐसा भी होता जो वाकई हैरान कर देने वाला होता है. इसलिए आपको बता दें कि किसी भी जगाहों पर संबंध नहीं बनाने चाहिए. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर किन जगाहों से आपको बचना है तो चलिए हम आपको बताते हैं कि आखिर वो कौन-सी जगहें होती है जहाँ शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए.
मंदिर परिसर के पास
वास्तु में साफ़-साफ़ लिखा हुआ है कि मंदिर परिसर में शरीरिक संबंध बनाना महापाप होता है. इसके साथ ही किसी नवजात के पास या दूसरों के घर पर भी शारीरिक संबंध बनाना हमेशा से ही गलत बताया गया है.
अग्नि के पास
अग्नि को हिंदू धर्म में देवताओं का पवित्र रूप माना गया है. मान्यता है कि अग्नि के पास शारीरिक संबंध बनाना न केवल अशुभ होता है बल्कि ऐसा करने वाला पाप का भागीदारी भी बन जाता है.
कब्र के पास
कहा जाता है कि ये कि कभी भी किसी कब्र के पास शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए क्योंकि आपके ऐसा करने से अशुभ तो होता ही है और साथ ही आपका दांपत्यजीवन भी तबाह हो सकता है.
ब्राहमण के पास
शास्त्रों के अनुसार यदि कही आपके आसपास कोई ऋषि, ब्राहमण या कोई गुरु हों तो ऐसी स्थिति में किसी को भी शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए, क्योंकि ऐसा करना उनके साथ-साथ भगवान का भी अपमान करना माना जाता है.
पवित्र नदी के पास
शास्त्रों की माने तो किसी भी जोड़े को नदी के पास शारीरिक संबंध नही बनाने चाहिए क्योंकि ऐसा करने से हमेशा से ही विध्वंसकारी माना गया हैं. अगर याद हो तो ऋषि परासर और सत्यवती के ऐसे संबंधो के चलते ही महाभारत के युद्ध ने जन्म लिया था.