मैच की शुरुआत से ही घाना की टीम आक्रामक नजर आई। पहले हाफ के छठे मिनट में घाना के कप्तान ने गेंद को गोल तक पहुंचा दिया था लेकिन रेफरी ने उन्हें ऑफ साइड करार दिया। ऐसे में मैच में घाना बढ़त हासिल करने में नाकाम रहा। 15 वें मिनट में भारत को फ्री किक मिली लेकिन भारतीय दल उसका फायदा नहीं उठा सका। संजीव ने अच्छा शॉट खेला लेकिन घाना के डिफेंस ने गेंद को गोल तक पहुंचने नहीं दिया।
34वें मिनट में बोरिस को यलो कार्ड दिखाते हुए रेफरी ने घाना को पेनल्टी शूट का मौका दिया लेकिन घाना के कप्तान अय्याह ने खराब शॉट खेला और घाना बढ़त हासिल करने से चूक गया। 10 मिनट बाद हाफ टाइम से ठीक पहले 44 वें मिनट में घाना के कप्तान अय्याह ने मैच का पहला गोल कर अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी। सादिक इब्राहिम के क्रास पर कप्तान एरिक अय्याह ने मुस्तैदी दिखाते हुए शानदार तरीके से गेंद को भारतीय गोल पोस्ट तक पहुंचा दिया।
दूसके हाफ में कप्तान अय्याह ने एक बार फिर हाथ आए क्रास को खाली नहीं जाने दिया और दूसरे हाफ के सातवें यानी मैच के 52वें मिनट में गोल कर घाना को 2-0 की बढ़त दिला दी।
इसके बाद भी घाना की आक्रमण पंक्ति लगातार भारतीय गोल पोस्ट पर निशाना साधती रही लेकिन गोलकीपर धीरज के शानदार खेल की बदौलत उन प्रयासों को गोल में तब्दील करने में सफल नहीं हो सकी।
मैच के आखिरी पलों में थकी दिख रही भारतीय टीम के सामने घाना को दो सबस्टीटूयट खिलाड़ियों ने 86वें और 87वें मिनट में लगतार दो गोल जड़कर घाना की बढ़त को 4-0 से आगे कर दिया। 86वें मिनट में डैन्सो ने तो 87 वें मिनट में टोकू ने गेंद को गोलपोस्ट तक पहुंचा दिया।