लखनऊ.राजधानी के हजरतगंज इलाके में सिद्धार्थनगर के पूर्व बीजेपी विधायक जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव तिवारी (23) की दोस्त ने ही शनिवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी। गोली चलने की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े, लेकिन कार सवार बदमाश मौके से फरार हो गए। फायरिंग की खबर मिलते ही हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। आनन-फानन में पुलिस घायल वैभव को डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हत्या की वजह प्रॉपर्टी को लेकर विवाद बताई जा रही है।
आगे पढ़िए पूरा मामला…
-जानकारी के मुताबिक, मूलरूप से दमवापुर जगतराम डुमरियागंज सिद्धार्थनगर निवासी पूर्व बीजेपी विधायक जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव तिवारी (23) हजरतगंज स्थित कसमंडा हाउस अपार्टमेंट के कमरा नंबर 22 में रहते थे।
-वो गांव के प्रधान थे। मां संध्या तिवारी बीडीसी हैं। शनिवार रात करीब 9 बजे सूरज शुक्ला नामक किसी व्यक्ति ने उसे फोन किया और अपार्टमेंट से नीचे आने की बात कहकर बुलाया। सूरज मृतक का दोस्त बताया जा रहा है।
-वैभव कमरे से निकलकर नीचे आए। जैसे ही वो नीचे उतरे, सूरज से उसकी किसी बात को लेकर बहस होने लगी। जब तक कुछ समझ पाते, उसने गोली मार दी और मौके से भागने लगा।
-उसी बीच पूर्व विधायक के भतीजे आदित्य ने उसे भागते हुए देख लिया, लेकिन वो भी कुछ नहीं समझ पाए। तब तक वह अपनी कार में बैठकर फरार हो गया। कार में एक और व्यक्ति पहले से ही बैठा हुआ था।
-वैभव को लहूलुहान देख भतीजा चिल्लाने लगा। चिल्लाने और गोली की आवाज सुनकर और लोग भी दौड़े। इसके बाद परिजन भी मौके पर आ गए। पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस की मदद से खून से लथपथ वैभव को परिजन डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि मृतक की पत्नी शिवांसी और एक तीन साल की बेटी है।
माफिया मुन्ना बजरंगी का करीबी है आरोपी
-जानकारी के अनुसार, सूरज शुक्ला खुर्दही बाजार का निवासी है। मुन्ना बजरंगी का करीबी है। उसके पिता प्लॉटिंग का बिजनेस करते हैं।
-प्रॉपर्टी को लेकर कोई विवाद था। इस मामले में वैभव की गोली मारकर हत्या की गई है।
-वैभव तिवारी के पिता जिप्पी तिवारी ने बताया, उनके बेटे का किसी से कोई विवाद नहीं था। आरोपी को सामने लाने पर सब कुछ मालूम चल जाएगा।
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी
-एसएसपी दीपक कुमार ने बताया, प्रेम प्रकाश उर्फ जिप्पी तिवारी सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज से पूर्व विधायक रह चुके हैं। उनका बेटा यहां कसमंडा अपार्टमेंट में रहता था।
-रात को वैभव का रिश्तेदार गोमतीनगर निवासी आदित्य उससे मिलने आया था। दोनों सड़क पर टहल रहे थे, तभी सूरज शुक्ला का फोन आ गया।
-सूरज ने बिजनेस के सिलसिले में बातचीत के लिए उसे हजरतगंज चौराहा बुलाया। दोनों टहलते हुए चौराहा पहुंचे, जहां सूरज का एक साथी खड़ा था।
-यहां बातचीत के दौरान दोनों में किसी बात को लेकर तनातनी हो गई। सूरज ने गाली-गलौज की, जिसका वैभव ने विरोध किया। इस पर सूरज ने पिस्टल निकालकर तान दी।
-इस पर वैभव ने उसे चेतावनी दी तो सूरज ने फायर कर दिया। गोली उसके सीने पर लगी और वह चीखते हुए वहीं गिर पड़ा। इस बीच सूरज और उसका साथी मौके से भाग निकले।
-आदित्य ने आसपास के लोगों की मदद से वैभव को कार से लेकर लोहिया हॉस्पिटल गया। हालांकि, रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। जानकारी पाकर पूर्व विधायक और उनके परिजन भी हॉस्पिटल पहुंचे।
एडीजी एलओ ने कहा, आरोपी मृतक के दोस्त थे
-एडीजी लॉ एंड ऑर्डर (एलओ) अभय कुमार प्रसाद ने बताया, आरोपी मृतक के दोस्त थे। आईडेंटिफाई कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। कसमंडा हाउस के पास मिलने अाए थे। इसी बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया, जिससे घटना को अंजाम दिया गया।