छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) की वार्षिक परीक्षाओं में अंकों के वितरण में गड़बड़ी का एक और मामला सामने आया है। बीएससी व एमएससी के परीक्षा परिणामों में गड़बड़ी के बाद अब बीए प्रथम वर्ष भारतीय संगीत वादन की परीक्षा के मूल्यांकन में भी गलत अंक दिए गए हैं। संगीत तबले की परीक्षा में 130 पूर्णांक में उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया गया, जबकि इस विषय में 70 अंकों की प्रयोगात्मक व 30 की थ्योरी की परीक्षाएं होती हैं। सौ की बजाय 130 अंकों में मूल्यांकन किए जाने से छात्रों की डिवीजन बिगड़ गई है।
परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी के साथ मार्च के अंत में परीक्षा परिणाम जारी किए जाने से भी छात्र परेशान हैं। उनका कहना है कि मई में अगली कक्षाओं की वार्षिक परीक्षाएं होनी हैं। इतने कम दिन बचने पर परिणाम क्यों जारी किया गया है। परिणाम दो महीने पहले निकाला जाना चाहिए था। भगवानदीन आर्य कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय लखीमपुर खीरी की प्राचार्य डॉ. सुरचना त्रिवेदी ने विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र लिखकर छात्राओं को उचित मार्कशीट उपलब्ध कराए जाने का निवेदन किया है। इससे पहले हाल ही में शहर के विभिन्न डिग्री कॉलेजों में अध्ययनरत एमएससी भौतिक व रसायन विज्ञान के छात्र छात्राओं को दो से तीन अंक तक दिए गए हैं। इस पर छात्र छात्राओं ने विश्वविद्यालय में प्रदर्शन करके संशोधन की मांग की थी जिस पर जांच चल रही है।
डीएवी में भी बीए का परीक्षाफल गड़बड़
डीएवी डिग्री कॉलेज में बीए प्रथम वर्ष का परीक्षाफल भी गड़बड़ रहा है। विश्वविद्यालय की मूल्यांकन प्रक्रिया में त्रुटि होने के कारण छात्र छात्राओं को बहुत कम अंक मिले हैं। शुक्रवार को छात्र छात्राओं ने इसकी शिकायत प्राचार्य डॉ. अमित कुमार श्रीवास्तव से की। छात्रों का आरोप है कि जिनके अधिक अंक आए हैं उन्हें फेल कर दिया गया है, जबकि जिनके कम अंक आए हैं, उन्हें प्रमोट कर दिया गया है।