मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर अपना शोक व्यक्त करते हुए लिखा, आज सिर्फ बिहार ही नहीं, बल्कि संपूर्ण भारत ने एक महान गायिका को खो दिया है। डॉ. शारदा सिन्हा का छठ गीतों में योगदान अतुलनीय है। उनके बिना छठ पर्व की कल्पना अधूरी है। मुख्यमंत्री ने उनके परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए छठी मैया से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
कला जगत के लिए अपूरणीय क्षति
डॉ. शारदा सिन्हा के निधन से न केवल उनके प्रशंसक बल्कि कला जगत के सभी कलाकार गहरे शोक में हैं। उनकी आवाज ने न केवल छठ पर्व को बल्कि समस्त भारतीय लोक संगीत को एक अलग ऊंचाई प्रदान की। उनकी आवाज में बिहार की संस्कृति और परंपरा जीवंत हो उठती थी। उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगी। छठ पर्व पर उनकी संगीत रचनाएँ हमेशा उनके होने का एहसास कराती रहेंगी।
बता दें भोजपुरी गायका शारदा सिन्हा का 72 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने एम्स दिल्ली में अंतिम सांस ली। छठ महापर्व के नहाय खाय वाले दिन शारदा सिन्हा दुनिया छोड़कर चली गई। हर साल छठ पर्व के पहले उनके नए गीत रिलीज किए जाते थे।