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योगी सरकार के मंत्री की कुत्ते से तुलना

उत्तर प्रदेश में बीजेपी विधायकों के बिगड़े बोल का दौर थम नहीं रहा है. बलिया जिले के बैरिया विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट में मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर की तुलना कुत्ते से कर दी है. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी यूपी में एनडीए की घटक है. दरअसल, ओमप्रकाश राजभर ने हाल ही में वाराणसी के बाबतपुर हवाई अड्डे पर सपा नेता शिवपाल यादव से मुलाकत की थी. उस दौरान उन्होंने किसी बात को लेकर बीजेपी विधायक पर तंज कसते हुए कहा था कि हाथी चलती है तो कुत्ते भौंकते हैं. ओमप्रकाश राजभर के इस बयान पर बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने पलटवार किया. उन्होंने कहा, 'यह ओमप्रकाश राजभर का स्वभाव बोल रहा है. हकीकत में लोभ के लिए कहीं भी जाने का स्वभाव कुत्ते का होता है. ऐसे में राजनैतिक और आर्थिक लाभ के लिए कहीं भी जाना कुत्ते की पहचान है.' बीजेपी विधायक यहीं नहीं रुके और कहा कि शिवपाल और मायावती जहां भी रोटी दिखाएंगे वह (ओमप्रकाश राजभर) वहां दौड़ेंगे. क्योंकि बीजेपी ने जो सम्मान उन्हें दिया है, उसे वह पचा नहीं पा रहे हैं. गौरतलब है कि अपने तंज और बीजेपी विरोधी रुख के कारण ओमप्रकाश राजभर अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं. पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान उन्नाव रेप केस में बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का बचाव करते हुए सुरेंद्र सिंह ने कहा था कि तीन बच्चों की मां से कौन रेप करेगा. इस बयान पर महिला आयोग ने उन्हें नोटिस भेज चुका है. कुछ ही दिन पहले उन्होंने कहा था कि 2019 में लोकसभा चुनाव इस्लाम बनाम भगवान होने जा रहा है.

उत्तर प्रदेश में बीजेपी विधायकों के बिगड़े बोल का दौर थम नहीं रहा है. बलिया जिले के बैरिया विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट में मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश …

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अखिलेश यादव ने लखनऊ में कहा, नये घर में किसी मीडिया को नही बुलाऊंगा

अखिलेश यादव ने लखनऊ में कहा, नये घर में किसी मीडिया को नही बुलाऊंगा

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव सरकारी बंगला में तोड़-फोड़ के बाद से काफी आहत हैं। उनको इस बात का बेहद मलाल है कि इस मामले में बहुत अधिक तूल दिया गया है। लखनऊ में आज ईद के मौके पर …

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केजरीवाल ने पीएम को बताया लोकतंत्र का खतरा

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के धरने ने नया सियासी मोड़ ले लिया है। एक तरफ जहां उपराज्यपाल अनिल बैजल इस धरने को तवज्जो नहीं दे रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ शनिवार को दिल्ली पहुंचे चार राज्यों के मुख्यमंत्री ने …

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पीएम की अध्यक्षता में नीति आयोग की बैठक शुरू, राज्यों के सीएम हुए मौजूद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की चौथी गवर्निंग काउंसिल बैठक राजधानी दिल्ली में शुरू हो चुकी है। दो दिन चलने वाली इस बैठक में ओडिशा और दिल्ली को छोड़कर सभी राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद हैं। जानकारी के मुताबिक, इस …

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17 जून 2018 का राशिफल : जानिए कैसा रहेगा आज आपका दिन 

मेष: आपका आज का दिन मानसिक व्यग्रता से भरा हो सकता है। आज भावना के प्रवाह में कुछ अधिक ही बह ना जाएं, इसका ध्यान रखें। वाणी पर संयम रखें, अन्यथा परेशानी हो सकती है। माता के स्वास्थ्य का ध्यान …

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संपादकीय, बेहतर प्रशासन की खातिर

नौकरशाही को प्रभावी बनाने और उसमें नए तौर-तरीकों को समाहित करने के इरादे से संयुक्त सचिव पद के स्तर पर निजी क्षेत्र के दक्ष पेशेवर लोगों को नियुक्त करने का फैसला एक नई पहल है। एक अरसे से यह महसूस किया जा रहा था कि नौकरशाही में ऐसे प्रतिभाशाली पेशेवर लोगों का प्रवेश होना चाहिए जो अपने-अपने क्षेत्र में विशेष योग्यता के साथ अनुभव से भी लैस हों, लेकिन किसी कारणवश इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया जा सका। देर से ही सही, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग ने विभिन्न् क्षेत्रों के मेधावी एवं अनुभवी पेशेवर लोगों के आवेदन मांगकर एक नई शुरुआत की है। इसका निश्चित ही स्वागत किया जाना चाहिए। फिलहाल दस पदों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। आवेदन देने वालों के लिए यह आवश्यक है कि वे निजी क्षेत्र या किसी सार्वजनिक उपक्रम अथवा शैक्षिक संस्थान में पेशेवर के तौर पर कार्यरत हों और कम से कम 15 वर्ष का अनुभव रखते हों। पात्रता की ऐसी शर्तों के चलते यह उम्मीद की जाती है कि सरकार वास्तव में मेधावी एवं अपने काम में दक्ष लोगों को खुद से जोड़ने में सक्षम होगी। उम्मीद यह भी की जाती है कि वे पेशेवर इस अवसर का लाभ उठाने के लिए आगे आएंगे, जिनके पास अनुभव के साथ-साथ विशेष योग्यता भी है और जो देश एवं समाज के लिए वास्तव में कुछ कर दिखाना चाहते हैं। ऐसे लोगों की भर्ती प्रक्रिया को भले ही पार्श्व प्रवेश की संज्ञा दी जा रही हो, लेकिन यह एक तरह से सीधी भर्ती ही होगी। इस पर हैरत नहीं कि संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी के तौर पर पेशेवर लोगों की भर्ती की इस पहल का यह कहते हुए विरोध किया जा रहा है कि सरकार तय प्रक्रिया का उल्लंघन कर रही है और वह पिछले दरवाजे से पसंदीदा लोगों को नौकरशाही में प्रवेश कराने का इरादा रखती है। यह स्पष्ट ही है कि ऐसे आलोचक इस तथ्य की जानबूझकर अनदेखी कर रहे हैं कि सरकार केवल पेशेवर एवं अनुभवी लोगों को ही संयुक्त सचिव स्तर पर नियुक्त करने जा रही है। यह सही है कि ये वे पेशेवर होंगे, जिन्होंने न तो सिविल सेवा परीक्षा दी होगी और न ही इस परीक्षा के बाद लिया जाने वाला प्रशिक्षण प्राप्त किया होगा, लेकिन सिर्फ वही मेधावी नहीं होते, जिन्होंने सिविल सेवा परीक्षा पास की होती है। देश में तमाम ऐसे पेशेवर हैं जिन्होंने आईएएस अधिकारियों से कहीं बेहतर काम कर दिखाया है। नि:संदेह आईएएस अधिकारियों की अपनी अहमियत है, किंतु यह कहना ठीक नहीं कि केवल वही देश की बेहतर तरीके से सेवा कर सकते हैं।

नौकरशाही को प्रभावी बनाने और उसमें नए तौर-तरीकों को समाहित करने के इरादे से संयुक्त सचिव पद के स्तर पर निजी क्षेत्र के दक्ष पेशेवर लोगों को नियुक्त करने का फैसला एक नई पहल है। एक अरसे से यह महसूस …

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क्या सचमुच राहुल गांधी ने खुद को सबसे बड़ा बेवकूफ कहा था?

राहुल गांधी के शिकंजी और ढाबे वाले बयान की आग अभी बुझी भी नहीं थी कि उनका एक और वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होने लगा. वायरल हो रहे वीडियो में राहुल गांधी एक सभा में अपने आप को इस देश का सबसे बड़ा बेवकूफ कहते हुए दिखाई दे रहे हैं. लोग इस वीडियो को खूब चटकारे लेकर शेयर कर रहे हैं. आप खुद देख लीजिए इस वीडियो को जो चर्चा का केन्द्र बना हुआ है. दरअसल, यह वीडियो हाल ही में दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम का है जहां राहुल गांधी ओबीसी कॉन्फ्रेन्स में हिस्सा लिया था. यह वही सम्मलेन था जहां अपने भाषण में राहुल गांधी ने कोका कोला कंपनी के संस्थापक को शिकंजीवाला बताया था. जब हमने राहुल गांधी के यूट्यूब पेज पर मौजूद इस सम्मलेन की पूरी वीडियो देखी तो पूरी कहानी खुदबखुद साफ हो गई. राहुल गांधी असल में एक एनडीए के सांसद के साथ अपनी बातचीत का जिक्र कर रहे थे.

राहुल गांधी के शिकंजी और ढाबे वाले बयान की आग अभी बुझी भी नहीं थी कि उनका एक और वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होने लगा. वायरल हो रहे वीडियो में राहुल गांधी एक सभा में अपने आप को …

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करीबियों पर छापे से बिफरे BJP विधायक दिया बेतुका बयान- 90% बिजली चोरी के लिए मुस्लिम जिम्मेदार

यूपी के कौशांबी में चायल सीट से बीजेपी विधायक संजय गुप्ता का एक ऑडियो टेप सामने आया है जिसमें वे कथित तौर पर कहते सुनाई दे रहे हैं कि 90 फीसदी बिजली की चोरी मुसलमान करते हैं. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस ऑडियो में संजय गुप्ता बिजली विभाग के अधिकारियों को कथित तौर पर धमकी देते भी सुने जा सकते हैं. ऑडियो को सुनने से लगता है कि अपने गृह क्षेत्र भरवारी में कुछ करीबियों के खिलाफ बिजली अधिकारियों की कार्रवाई को लेकर वो नाराज थे और अधिशासी अभियंता अविनाश सिंह को फोन पर ही जमकर हड़काना शुरू कर दिया. ऑडियो के शुरू में अधिशासी अभियंता अविनाश की आवाज सुनाई देती है. जिसमें वो कहते हैं- ‘डॉ. ओम प्रकाश के अस्पताल के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया है उसका बस मीटर बदलवा दिया गया है.’ फिर विधायक गुप्ता पूछते हैं कि एफआईआर किसके खिलाफ हुई है, इस पर अविनाश की ओर से कहा जाता है कि नरेंद्र कुमार के खिलाफ एफआईआर हुई है. फिर विधायक पूछते हैं कि नरेंद्र कुमार कौन है? अविनाश जवाब देते हैं कि वो डॉ ओमप्रकाश के भाई हैं और जो वो मीटर इस्तेमाल कर रहे थे, उसमें केबल नहीं जुड़ा था, वे डायरेक्ट इस्तेमाल कर रहे थे. ऑडियो में विधायक फिर अधिशासी अभियंता को हड़काते हुए कहते हैं कि राजस्व बढ़ाने के लिए सिर्फ सुधारात्मक कार्रवाई की जाए, दमनात्मक नहीं. फिर बिजली विभाग और इसके अधिकारियों के लिए अभद्र शब्द का इस्तेमाल करते हुए अंजाम भुगतने की धमकी भी देते हैं. ऑडियो में विधायक को अभियंता से ये कहते भी सुना जा सकता है, “कभी मुस्लिम बस्ती में गए हैं, पहले मुस्लिम बस्ती मे जाइए अभी से, 90 फीसदी बिजली वे चोरी करते हैं. पहले जाकर चेक कीजिए.” विधायक का गुस्सा यही शांत नहीं होता. वे ऑडियो में कहते सुनाई देते हैं कि ‘केवल हिन्दुओं को प्रताड़ित किया जा रहा है, मैं इस पर लखनऊ जाकर बात करूंगा.’ विधायक ने इंजीनियर से ये भी कहा कि समुदाय विशेष के लोगों के खिलाफ कितनी एफआईआर दर्ज करवाई गईं, उसका पूरा डेटा उन्हें तत्काल उपलब्ध कराया जाए. गुरुवार को संजय गुप्ता बिजली विभाग के दफ्तर के गेट पर डेटा लेने के लिए भी पहुंच गए तो बिजली कर्मचारी भी उनके खिलाफ लामबंद हो गए. जिस वक्त का ये ऑडियो है, उसमें संजय गुप्ता खुद कहते सुनाई देते हैं कि वो रामेश्वरम से आए हुए हैं, और उन्हें क्षेत्र से लोगों के बिजली विभाग को लेकर बहुत फोन आ रहे हैं, जिससे उनकी यात्रा में भंग पड़ गया. विधायक संजय गुप्ता से जब इस संबंध में संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के अधिकारियों ने वसूली का धंधा बना लिया है. इस संदर्भ में उन्होंने बिजली विभाग के दो अभियंताओं- तारिक जमील और अविनाश सिंह का नाम लिया. संजय गुप्ता ने आरोप लगाया कि ये अधिकारी बिजली चोरी के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर डील करते हैं, अगर पैसा मिल जाता है तो छोड़ दिया जाता है वरना एफआईआर दर्ज करा दी जाती है. संजय गुप्ता ने ये आरोप भी लगाया कि एक धर्म विशेष के लोगों से उन्हें पैसे मिल रहे हैं, इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती.

1.यूपी के कौशांबी में चायल सीट से बीजेपी विधायक संजय गुप्ता का एक ऑडियो टेप सामने आया है जिसमें वे कथित तौर पर कहते सुनाई दे रहे हैं कि 90 फीसदी बिजली की चोरी मुसलमान करते हैं. सोशल मीडिया पर …

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देशभर में मनाई जा रही है ईद PM मोदी ने ट्वीट कर दी बधाई

देशभर में आज ईद का पवित्र त्योहार मनाया जा रहा है. ईद पहले शुक्रवार के दिन मनाई जानी थी लेकिन शुक्रवार को चांद का दीदार नहीं होने के चलते यह शनिवार को मनाई जा रही है. नया चांद शुक्रवार शाम …

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UP: महीनों रेप करता रहा कोचिंग टीचर, गर्भवती हुई नाबालिग छात्रा

उत्तर प्रदेश के बरेली से एक नाबालिग छात्रा से रेप की सनसनीखेज वारदात सामने आई है. पुलिस ने बताया कि नाबालिग छात्रा से रेप करने वाले आरोपी कोचिंग टीचर को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी दीपक सक्सेना एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर है. पुलिस ने आरोपी दीपक सक्सेना के खिलाफ POCSO एक्ट समेत आईपीसी की कई संगीन धाराओं में केस दर्ज कर लिया है. बरेली के SP सिटी अभिनंदन सिंह ने बताया कि पीड़िता का बयान दर्ज कर केस दर्ज कर लिया गया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी टीचर दीपक सक्सेना बरेली के प्रेमनगर के गुलाब नगर में चेतराम फाटक का रहने वाला है. इसके अलावा वह शाहबाद दीवानखाना में दीपक सरस्वती कॉमर्स कोचिंग इंस्टीट्यूट भी चलाता है. हालांकि आरोपी टीचर ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है. जानकारी के मुताबिक, 10वीं में पढ़ने वाली 15 वर्षीय पीड़िता का अक्टूबर, 2017 में इस कोचिंग इंस्टीट्यूट में एडमिशन करवाया गया था. लेकिन एडमिशन के एक महीने के अंदर ही 17 नवंबर, 2017 को आरोपी टीचर ने पहली बार उसके साथ रेप किया. पीड़िता ने बताया कि दीपक सक्सेना ने उसे किसी को यह बात न बताने की धमकी दी थी और कहा था कि अगर उसने किसी को यह बात बताई तो वह उसके माता-पिता की हत्या कर देगा. धमकी से डरकर छात्रा ने घरवालों को कुछ नहीं बताया. इसका फायदा उठाकर दीपक सक्सेना उसके साथ लगातार रेप करता रहा . लेकिन इस बीच पीड़िता गर्भवती हो गई. पीड़िता की तबीयत बिगड़ी तो डॉक्टर के यहां ले जाने के बाद परिजनों को उसकी आपबीती पता चली. घटना की जानकारी होने के बाद परिजनों ने बीते बुधवार को पुलिस में तहरीर दी, जिसके बाद आरोपी टीचर दीपक सक्सेना के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया.

उत्तर प्रदेश के बरेली से एक नाबालिग छात्रा से रेप की सनसनीखेज वारदात सामने आई है. पुलिस ने बताया कि नाबालिग छात्रा से रेप करने वाले आरोपी कोचिंग टीचर को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी …

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