द्रौपदी अपने पिछले जन्म में इन्द्र्सेना नाम के ऋषि की पत्नी थी। उसके पति निधन जल्दी ही हो गया था। इच्छाओं की पूर्ति की लिए उसने भगवान शिव से प्रार्थना की। भगवान शिव जब उसके सामने प्रकट हुए तो वह …
Read More »इस तरह शनिदेव को आप कर सकते हैं तुरंत प्रसन्न
शनि के लिए दशरथ कृत शनि स्तोत्र में लिखा है जो व्यक्ति पीपल वृक्ष के नीचे बैठ कर शनि देवता के दस नामों को रोज पढ़ेगा उसे शनि की पीढा कभी नहीं होगी। ग्रहों में शनिदेव को कर्मों का फल …
Read More »गुरूवार के दिन करें भगवान विष्णु के इस विशेष मंत्रो का जाप
पूजा व मंत्र जप के बाद विष्णु धूप, दीप व कर्पूर आरती कर देव स्नान कराया जल यानी चरणामृत व प्रसाद ग्रहण करें। चातुर्मास, एकादशी, द्वादशी व पूर्णिमा तिथियों पर भगवान विष्णु की भक्ति, श्रीविष्णु मंत्र ध्यान के जरिए बड़ी …
Read More »देवताओं के ऐसे मंत्र जिनके जपने से हो जाते हैं संकट दूर…
देवताओं के मंत्रों में अपार शक्ति हैं । कई मंत्र ऐसे होते जिनके जपने से हमारे संकट दूर हो जाते हैं। आइए जानें अलग अलग देवताओं के अलग अलग मंत्रों के बारे में। धर्मग्रंथों के अनुसार ताकत, सफलता व इच्छाएं …
Read More »ऐसे थे आदि शंकराचार्य, जो ज्ञानी होने के बावजूद फल से लदे वृक्ष की तरह विनम्र थे…
वैशाख मास की शुक्ल पंचमी के दिन आदि गुरु शंकराचार्य जयंती मनाई जाती है। इस वर्ष यह तिथि 30 अप्रैल है। आदि शंकराचार्य समुद्र किनारे बैठकर कुछ शिष्यों के साथ वार्तालाप कर रहे थे। उनमें से एक शिष्य ने चाटुकारिता भरे शब्दों में …
Read More »कुंडली के आधार पर जान सकते हैं कि किस भाव में शनि के होने से क्या फल मिलेगा
सोचे हुए कार्य भी पूरे होते है। इस अवधि में व्यक्ति को अपने जीवन लक्ष्यों के प्रति कार्यशील रहना चाहिए। आलस्य का भाव इस अवधि के फलों को अशुभ कर सकता है। शनि रहस्यमयी देवता हैं। शनि व्यक्ति के लिए अगर …
Read More »जानें कैसा होगा आज के दिन जन्मे लोगों का भाग्यफल…
आपके जीवन में सफलता पाने के राज हो या करियर, व्यवसाय, नौकरी, प्रेम और जीवन की हर छोटी व बड़ी बात को अंक ज्योतिष के आधार पर जाना जा सकता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भी अंक ज्योतिष हमारे जीवन …
Read More »कर्म का फल हैं योनियां
जीवों में शरीर तथा इन्द्रियों की विभिन्न अभिव्यक्तियां प्रकृति के कारण हैं। कुल मिलाकर 84 लाख भिन्न-भिन्न योनियां हैं और ये सब प्रकृतिजन्य हैं। जीव के विभिन्न इन्द्रिय-सुखों से ये योनिया मिलती हैं जो इस या उस शरीर में रहने …
Read More »अध्यात्म क्या है ?
अध्यात्म का अर्थ है अपने भीतर के चेतन तत्व को जानना,मनना और दर्शन करना अर्थात अपने आप के बारे में जानना या आत्मप्रज्ञ होना |गीता के आठवें अध्याय में अपने स्वरुप अर्थात जीवात्मा को अध्यात्म कहा गया है | “परमं …
Read More »18 अप्रैल से गूंजेंगी शहनाइयां, लग्न की तारीखें जानने के लिए पढ़ें खबर…..
एक माह से थमे शादी-ब्याह व मांगलिक कार्य शुक्रवार से फिर शुरू हो जाएंगे। 14 मार्च से चल रहा खरमास 14 अप्रैल को खत्म हो जाएगा। इसके साथ ही शहर की सड़कों पर बैंडबाजा और बारात के साथ आज मेरे …
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