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मोदी को मात देने के लिए अखिलेश बनेंगे जूनियर पार्टनर, सीटें ‘कुर्बान’ करने को भी तैयार

नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी को 2019 में मात देने के लिए सपा किसी भी सूरत में बसपा का साथ नहीं छोड़ना चाहती है. यही वजह है कि सपा यूपी में बसपा की जूनियर पार्टनर बनने को भी तैयार है. 2019 लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन को लेकर बसपा अध्यक्ष मायावती का दबाव काम आने लगा है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को मैनपुरी में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि गठबंधन के लिए वह त्याग को तैयार हैं और अगर उन्हें गठबंधन करने के लिए दो-चार सीटें कम पर भी समझौता करना पड़े तो वह पीछे नहीं हटेंगे. बता दें कि मायावती ने कैराना लोकसभा उपचुनाव के पहले साफ कर दिया था कि अगर उन्हें सम्मानजनक सीटें नहीं मिलीं तो उनकी पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ेगी. मायावती के इस बयान को राजनीतिक तौर पर एक बड़े बयान के तौर पर देखा जा रहा था, जिसमें उन्हें बड़ा पार्टनर मानने की एक जिद निहित थी. मैनपुरी में अखिलेश यादव ने एक बार फिर गठबंधन के लिए मायावती के सामने अपने हथियार डाल दिए हैं और त्याग के नाम पर उन्होंने मायावती को बड़े पार्टनर के तौर पर मंजूर भी कर लिया है. अब देखना यह है अखिलेश यादव के लगभग जूनियर पार्टनर बनने के लिए तैयार हो जाने के बाद कितनी सीटों पर दोनों पार्टियों के बीच समझौता होता है. गौरतलब है कि यूपी में कुल 80 संसदीय सीटें है. 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में बीजेपी गठबंधन ने 73 सीटों पर जीत हासिल की थी. सपा को 5 और कांग्रेस को 2 सीटें मिली थी.  जबकि बसपा का खाता भी नहीं खुला था. इसी तरह से पिछले साल हुए यूपी विधानसभा चुनाव में सपा ने बसपा से ज्यादा सीटें जीतने में कामयाब रही थी. हालांकि इन चुनावों में दोनों पार्टियां अलग-अलग चुनाव लड़ी थी. फूलपुर-गोरखपुर उपचुनाव में सपा को बसपा ने समर्थन किया था. इसका नतीजा था कि बीजेपी को करारी हार मिली. इसके बाद से दोनों पार्टियां के बीच रिश्ते मजबूत हुए हैं. यही वजह है कि अखिलेश यादव बसपा का साथ किसी भी सूरत में छोड़ने को तैयार नहीं है.

नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी को 2019 में मात देने के लिए सपा किसी भी सूरत में बसपा का साथ नहीं छोड़ना चाहती है. यही वजह है कि सपा यूपी में बसपा की जूनियर पार्टनर बनने को भी तैयार …

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कपिल मिश्रा ने केजरीवाल के खिलाफ दिल्ली HC में दायर की याचिका, कल होगी सुनवाई

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सदन में ज्यादातर उपस्थित न रहने को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) के बागी विधायक कपिल मिश्रा ने दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की है. जिसे दिल्ली हाईकोर्ट ने स्वीकार भी कर लिया है. दिल्ली हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई कल यानी मंगलवार को होगी. कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया है कि विधानसभा के विशेष सत्र में एक दिन भी केजरीवाल नहीं आए हैं. कपिल ने याचिका में सदन में गैरहज़िर रहने पर मुख्यमंत्री की सैलरी काटने की मांग की है. उन्होंने कहा कि सदन की पिछले एक साल की 27 बैठकों में से मुख्यमंत्री केजरीवाल सिर्फ 5 बैठकों में मौजूद रहे.कपिल ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ज्यादातर सदन में केवल अपना भाषण देने ही आते हैं, प्रश्नकाल में साढ़े तीन साल में एक बार भी मुख्यमंत्री उपस्थित नहीं रहे. उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने सदन में आज तक एक भी विधायक के सवाल का स्वयं जवाब नहीं दिया. जल मंत्री होने के बावजूद केजरीवाल ने सदन में पानी पर एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया. पूर्ण राज्य के विशेष सत्र में एक दिन भी केजरीवाल सदन में नहीं आए. कपिल का दावा है कि देश के इतिहास में पहली बार किसी मुख्यमंत्री के ख़िलाफ ऐसी याचिका दायर की गई है

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सदन में ज्यादातर उपस्थित न रहने को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) के बागी विधायक कपिल मिश्रा ने दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की है. जिसे दिल्ली हाईकोर्ट ने स्वीकार भी कर …

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पाकिस्तान: पुस्तक पर विवाद, पूर्व आईएसआई प्रमुख को सेना का समन

पाकिस्तानी सेना ने शनिवार को इंटर-सर्विसिस इंटेलिजेंस (आईएसआई) के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) असद दुर्रानी को समन जारी कर पूर्व भारतीय खुफिया प्रमुख के साथ मिलकर एक विवादास्पद पुस्तक लिखने के बारे में स्पष्टीकरण मांगा और सैन्य आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया। दुर्रानी 1990 और 1991 के बीच आईएसआई के महानिदेशक रहे थे। उन्हें 28 मई को रावलपिंडी में स्थित जनरल मुख्यालय (जीएचक्यू) में पेश होने को कहा गया है। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने एक ट्विट में कहा, “पुस्तक ‘स्पाई क्रॉनिकल’ में शामिल उनके विचारों पर उनसे रुख साफ करने के लिए कहा गया है। ” उन्होंने कहा, “पुस्तक में शामिल उनके विचारों को सभी सेवारत और सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों पर लागू सैन्य आचार संहिता के उल्लंघन के रूप में लिया गया है।” दुर्रानी ने रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के पूर्व प्रमुख अमरजीत सिंह दुलत और भारतीय पत्रकार आदित्य सिन्हा के साथ मिलकर ‘द स्पाई क्रॉनिकल : रॉ, आईएसआई एंड द इलूजन ऑफ पीस’ नामक पुस्तक लिखी है। ‘स्पाई क्रॉनिकल’ में कश्मीर पर, हाफिज सईद और 26/11, कुलभूषण जाधव, सर्जिकल स्ट्राइक, ओसामा बिन लादेन के लिए सौदेबाजी, अमेरिका और रूस की भारत-पाकिस्तान के संबंधों में भूमिका, वार्ता में दोनों देशों के प्रयासों को आतंक कैसे कमजोर करता है, इन सभी मुद्दों पर दो प्रमुख जासूसों के ²ष्टिकोण, धारणाएं और कथ्य शामिल हैं। पुस्तक में दुर्रानी ने दावा किया है कि आईएसआई को ओसामा बिन लादेन के बारे में संभवत पता था और आम सहमति की प्रक्रिया के तहत उसे अमेरिका को सौंपा जाना था। दुलत ने भी दावा किया है कि भारत को भी यही लगता था कि उसे पाकिस्तान द्वारा सौंपा गया था। जब दुलत ने सौदे के बारे में पूछा तो दुर्रानी ने स्पष्ट किया, “यह सिर्फ मेरी राय है।” वहीं दूसरी तरफ दुर्रानी का मानना है कि दो जनवरी, 2016 को पठानकोट हवाईअड्डे पर हमले के बाद जाधव को लेकर किया गया खुलासा भारतीय खतरे का सामना करने के लिए किया गया था। दुलत ने कहा, “वह खतरा क्या था।” दुर्रानी ने कहा, “भारत पठानकोट और हमारे ठिकानों के बीच कड़ियां ढूंढ़ रहा है। इसलिए हम एक तर्क के साथ आए कि हम जानते हैं कि आप बलूचिस्तान में यह सब कर रहे हो।” दोनों ही हालांकि यह मानते हैं कि भारत और पाकिस्तान को इस मामले को लेकर सावधान होना चाहिए और एक-दूसरे की हिरासत में कैद जासूसों के आदान-प्रदान को सुनिश्चित करना चाहिए। सैन्य सूत्रों ने कहा है कि जीएचक्यू को पुस्तक में की गई कुछ टिप्पणियों पर गंभीर आपत्ति है और उसने इन टिप्पणियों को आधारहीन और सच्चाई के विपरीत करार दिया है। एक सैन्य सूत्र ने पूर्व आईएसआई प्रमुख को समन करने के पीछे के कारणों का हवाला देते हुए कहा, “कोई भी कानून से बड़ा नहीं है।” दुलत और दुर्रानी इस्तानबुल, बैंकॉक और काठमांडू जैसे शहरों में मिले और उनकी कुल बैठकों से 1.7 लाख शब्द बाहर आए, जिसमें से आधे का पुस्तक में जिक्र है। पुस्तक का विमोचन पूर्व भारतीय उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और कई राजनीतिक हस्तियों ने बुधवार को नई दिल्ली में किया।

पाकिस्तानी सेना ने शनिवार को इंटर-सर्विसिस इंटेलिजेंस (आईएसआई) के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) असद दुर्रानी को समन जारी कर पूर्व भारतीय खुफिया प्रमुख के साथ मिलकर एक विवादास्पद पुस्तक लिखने के बारे में स्पष्टीकरण मांगा और सैन्य आचार संहिता …

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सरकारी अस्‍पताल में बिना जांच के काट लिए स्मार्ट कार्ड से रुपए

सरकारी हॉस्पिटल में मरीजों को मुफ्त उपचार और सुविधाएं दी जा रही है। गरीब परिवार को कई बीमारियों की जांच सहित दवाएं का कोई फीस नहीं लिया जाता। लेकिन जिला हॉस्पिटल से लेकर सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों मंे जीवन …

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सरकारी बंगला खाली करने को तैयार हुईं मायावती, योगी को लिखा पत्र, रखी ये शर्तें

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एवं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ने अपने एक दांव से ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अधिकारियों को चित्त कर दिया है। सरकारी बंगले को खाली करने के दबाव को देखते हुए मायावती ने अब योगी को एक पत्र भेजकर सातफतौर पर यह बता दिया है कि 13ए, मॉल एवेन्यू, पूर्व मुख्यमंत्री के तौर पर आवंटित आवास नहीं है। मायावती के पत्र को लेकर शुक्रवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सदस्य सतीश चंद्र मिश्रा और लालजी वर्मा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले। मायावती के प्रतिनिधि के रूप में एनेक्सी पहुंचे दोनों नेताओं ने योगी को पत्र सौंपकर बसपा शासनकाल में हुए कैबिनेट के फैसले की जानकारी दी। मायावती की तरफ से मुख्यमंत्री योगी से मिलने पहुंचे सतीश चंद्र मिश्रा ने मुलाकात करने के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के तौर पर मायावती को 6, लाल बहादुर शात्री मार्ग आवंटित हुआ था, जिसको छोड़ने को वह तैयार हैं। पत्र में मायावती ने लिखा है, “13 जनवरी, 2011 को (बसपा शासनकाल) 13, माल एवेन्यू कांशीराम जी यादगार स्थल घोषित किया जा चुका है। उसके कुछ भाग में मुझे इस उद्देश्य से रहने की अनुमति दी गई थी कि इस स्थल का रखरखाव एवं सुरक्षा मेरी देखभाल में हो सके।” उन्होंने अपने पत्र में आगे कहा है, “23 दिसंबर, 2011 में राज्य संपत्ति विभाग ने 6, लाल बहादुर शास्त्री मार्ग को उन्हें आवास के रूप में आवंटित किया था। इसलिए मैं इसे खाली कर विभाग को सौंप दूंगी।” मायावती ने आगे लिखा है, “कांशीराम यादगार स्थल का रखरखाव जो प्राइवेट कर्मी करते थे, वह मेरे ही बंगले में रहकर करते थे, लेकिन अब जो मेरा निजी मकान है, उसमें इतनी जगह नहीं है कि मैं इन कर्मियों को रख सकूं। इसलिए इनके ठहरने की व्यवस्था करने तक मुझे समय दिया जाए।” मायावती ने ये भी अनुरोध किया है कि कांशीराम यादगार विश्राम स्थल की देखरेख और सुरक्षा राज्य संपत्ति विभाग करे और अगर किसी तरह की दिक्कत विभाग को होती है तो पहले की तरह ही बसपा को इसके लिए अधिकृत करे। गौरतलब है कि पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्रियों को आजीवन आवास देने के कानून को रद्द कर दिया था। इसके बाद राज्य संपत्ति विभाग ने प्रदेश के छह पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगला 15 दिन में खाली करने के लिए नोटिस जारी किया था। इस पर बसपा प्रमुख मायावती ने अपने बंगले 13ए, माल एवेन्यू पर ‘श्री कांशीराम जी यादगार विश्राम स्थल’ का बोर्ड लगाकर यह बताने का प्रयास किया है कि उनका बंगला कांशीराम के अनुयायियों की स्मृतियों से जुड़ा है। लेकिन, राज्य संपत्ति विभाग ने मामले पर सीधा जवाब देते हुए कहा कि सिर्फ बोर्ड लगा देने से शीर्ष अदालत के आदेश पर अमल कराने में कोई बाधा नहीं है। उन्हें हर हाल में सरकारी आवास खाली ही करना होगा।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एवं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ने अपने एक दांव से ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अधिकारियों को चित्त कर दिया है। सरकारी बंगले को खाली करने के दबाव को देखते हुए मायावती …

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मुरैना जिला अस्‍पताल में नर्सों से अभद्रता कर धमकी दी, दो घंटे परेशान हुए मरीज

जिला अस्पताल के मेडिकल वार्ड में एक युवक ने साथियों के साथ नर्सों से अभद्रता करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी। इसी युवक की परिचित महिला ने चार दिन पहले भी नर्सों से अभद्रता की थी। इसकी शिकायत थाने में की गई थी। शनिवार को युवक शिकायत वापस लेने लिए नर्सों को धमकाने पहुंचा। अभद्रता व धमकी के बाद अस्पताल की सभी नर्सों ने काम बंद कर दिया और सीएस कार्यालय के सामने नारेबाजी की। इस दौरान परेशान मरीज नर्सों के पास आए। इसके बाद कुछ नर्स सीएस कार्यालय पर रुक गर्इं। बाकी ने वार्डों में जाकर काम शुरू कर दिया। हालांकि घटनाक्रम में दो घंटे अस्पताल में काम नहीं हुआ और मरीज परेशान हुए। जानकारी के मुताबिक अमित उपाध्याय नामक युवक ने अपने साथियों के साथ मेडिकल वार्ड में स्टाफ नर्स रेशमा से अभद्रता करते हुए धमकाया। अमित ने नर्स से कहा कि चार दिन पहले उसने जो शिकायत की है, उसे वापस ले ले या उस पर कोई कार्रवाई न करें। इस दौरान वार्ड में हंगामा हो गया और मरीजों के परिजन भी एकत्रित हो गए। अभद्रता व धमकी देने के बाद आरोपित चला गया। नर्सों के मुताबिक चार दिन पहले न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी महिला पूनम पत्नी बिहारी ने नर्स रेशमा व अन्य नर्सों के साथ अभद्रता की थी। इस बात की शिकायत नर्सों ने सीएस व पुलिस से की थी। इसी शिकायत को वापस लेने का दबाव बनाने के लिए अमित वार्ड में आया था। इनका कहना है - नर्सों से अभद्रता करने वाले के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस को बुला लिया है। पुलिस कार्रवाई कर रही है। अस्पताल की सुरक्षा के लिए भी इंतजाम किए जाएंगे।

जिला अस्पताल के मेडिकल वार्ड में एक युवक ने साथियों के साथ नर्सों से अभद्रता करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी। इसी युवक की परिचित महिला ने चार दिन पहले भी नर्सों से अभद्रता की थी। इसकी …

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पाकिस्तान: पुस्तक पर विवाद, पूर्व आईएसआई प्रमुख को सेना का समन

पाकिस्तानी सेना ने शनिवार को इंटर-सर्विसिस इंटेलिजेंस (आईएसआई) के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) असद दुर्रानी को समन जारी कर पूर्व भारतीय खुफिया प्रमुख के साथ मिलकर एक विवादास्पद पुस्तक लिखने के बारे में स्पष्टीकरण मांगा और सैन्य आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया। दुर्रानी 1990 और 1991 के बीच आईएसआई के महानिदेशक रहे थे। उन्हें 28 मई को रावलपिंडी में स्थित जनरल मुख्यालय (जीएचक्यू) में पेश होने को कहा गया है। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने एक ट्विट में कहा, “पुस्तक ‘स्पाई क्रॉनिकल’ में शामिल उनके विचारों पर उनसे रुख साफ करने के लिए कहा गया है। ” उन्होंने कहा, “पुस्तक में शामिल उनके विचारों को सभी सेवारत और सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों पर लागू सैन्य आचार संहिता के उल्लंघन के रूप में लिया गया है।” दुर्रानी ने रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के पूर्व प्रमुख अमरजीत सिंह दुलत और भारतीय पत्रकार आदित्य सिन्हा के साथ मिलकर ‘द स्पाई क्रॉनिकल : रॉ, आईएसआई एंड द इलूजन ऑफ पीस’ नामक पुस्तक लिखी है। ‘स्पाई क्रॉनिकल’ में कश्मीर पर, हाफिज सईद और 26/11, कुलभूषण जाधव, सर्जिकल स्ट्राइक, ओसामा बिन लादेन के लिए सौदेबाजी, अमेरिका और रूस की भारत-पाकिस्तान के संबंधों में भूमिका, वार्ता में दोनों देशों के प्रयासों को आतंक कैसे कमजोर करता है, इन सभी मुद्दों पर दो प्रमुख जासूसों के ²ष्टिकोण, धारणाएं और कथ्य शामिल हैं। पुस्तक में दुर्रानी ने दावा किया है कि आईएसआई को ओसामा बिन लादेन के बारे में संभवत पता था और आम सहमति की प्रक्रिया के तहत उसे अमेरिका को सौंपा जाना था। दुलत ने भी दावा किया है कि भारत को भी यही लगता था कि उसे पाकिस्तान द्वारा सौंपा गया था।

पाकिस्तानी सेना ने शनिवार को इंटर-सर्विसिस इंटेलिजेंस (आईएसआई) के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) असद दुर्रानी को समन जारी कर पूर्व भारतीय खुफिया प्रमुख के साथ मिलकर एक विवादास्पद पुस्तक लिखने के बारे में स्पष्टीकरण मांगा और सैन्य आचार संहिता …

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केजीएमयू में ऑक्सीजन की कमी से थमी मासूम के संासे, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

केजीएमयू के ट्रामा से पीडियाट्रिक विभाग में शिफ्टिंग के दौरान सिलिंडर में ऑक्सीजन की कमी से शनिवार यानी 9 जून को बच्चे की मौत हो गई। रोते-बिलखते परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए ट्रामा सेंटर में हंगामा किया। कर्मचारियों ने परिजनों को डरा-धमकाकर अस्पताल से हटा दिया। वहीं, केजीएमयू प्रशासन मामले को दबाए रखा। इस घटना के संबंध में अधिकारी किसी भी प्रकार की जानकारी से ही इन्कार करते रहे। ये है पूरा मामला: रायबरेली निवासी मोहम्मद राशिद ने बताया कि उनके तीन माह के बेटे मो. सैफ को बुखार था। पहले रायबरेली के ही एक निजी अस्पताल में बच्चे का इलाज कराया। शुक्रवार यानी 8 जून को बच्चे को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। यहा चतुर्थ तल पर स्थित पीडियाट्रिक वार्ड में चल रहा था। बच्चे की हालत में सुधार देख डॉक्टरों ने अगले दिन शनिवार दोपहर करीब तीन बजे सैफ को केजीएमयू पीडियाट्रिक विभाग में शिफ्ट करने को कहा। राशिद का आरोप है कि सैफ के साथ वार्ड से तीन और बच्चों को एक ही ऑक्सीजन सिलिंडर के साथ शिफ्ट किया जाने लगा। बच्चे ट्रामा सेंटर के बाहर आए ही थे कि आक्सीजन सप्लाई सही से न हो पाने से उनके बच्चे की सासें उखड़ गईं। हालाकि पीड़ित का कहना है कि सिलिंडर के सहारे लाए गए दो अन्य बच्चों ने भी दम तोड़ दिया, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी। क्या कहते हैं केजीएमयू सीएमएस? केजीएमयू सीएमएस डॉ. एसएन शखवार का कहना है कि ऑक्सीजन की कमी नहीं थी। बच्चे की मौत कार्डियक अरेस्ट के चलते हुई है। मरीज के परिजन घटना की लिखित शिकायत दर्ज कराएंगे तो जाच कराई जाएगी।

केजीएमयू के ट्रामा से पीडियाट्रिक विभाग में शिफ्टिंग के दौरान सिलिंडर में ऑक्सीजन की कमी से शनिवार यानी 9 जून को बच्चे की मौत हो गई। रोते-बिलखते परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए ट्रामा सेंटर में हंगामा किया। कर्मचारियों …

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अब इस भारतीय ट्रेन में होगी विमान की ‘अनुभूति’, बटन दबाते ही हेल्पर तुरंत हाजिर

अब यात्रियों को रविवार से विमान की तरह आरामदायक और आधुनिक सुविधा वाली अनुभूति शताब्दी एक्सप्रेस में देगा। इस ट्रेन में एक अनुभूति बोगी रविवार से लगेगी। सफर करने वाले यात्री इसका आनंद उठा पाएंगे। हालाकि इसके लिए यात्रियों को 2275 रुपये किराया देना होगा। जो कि विमान के किराए से भी अधिक है। आधुनिक सुविधा वाली 10 अनुभूति बोगियों का उत्पादन रेल कोच फैक्ट्री में किया गया था। एक बोगी लखनऊ नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस में लगायी जा रही है। एक बोगी में यात्रियों के बैठने के लिए 56 सीटें होंगी। इनमें दो सीटें एक लाइन जबकि दो ही बगल वाली लाइन में होगी। हर सीट पर बटन होगा, जिसको दबाते ही बोगी में चल रहे सहायक, यात्री की सहायता के लिए उन तक पहुंच जाएंगे। यात्रियों को आराम देने के लिए कुशन वाली लेग रेस्ट सीट होंगी। हर सीट पर एलसीडी होगी जिससे यात्री मनोरंजन कर सकेंगे। बोगी में दो सेंट्रल टेबल होंगी। एक टेबल पर चार सीटें होंगी। हर टेबल पर भी एक एलसीडी होगी। दो सीटों के बीच एक यूएसबी होगा जिसमें मोबाइल फोन चार्ज हो सकेगा। पढ़ने वाली रीडिंग लाइट के साथ सामान रखने के लिए पहले से अधिक स्थान होगा। ट्रेन की स्पीड, अगला स्टेशन जैसी यात्री जानकारी देने के लिए बोगी के दोनो छोर पर डिस्प्ले बोर्ड होगा। ब्रेल लिपि में हर सीट पर उनका नंबर बताने वाले स्टीकर के साथ सेंसर तकनीक वाला शौचालय होगा। हाथ सुखाने के लिए ड्रायर और सूप गरम करने के लिए ब्वॉयलर भी होगा। इस बोगी की लागत 2.84 करोड़ रुपये है। ट्रेन में पहले की तरह एक्जक्यूटिव क्लास की बोगी भी होगी, जिसका किराया 1955 रुपये और एसी चेयरकार का किराया 1340 रुपये के आसपास होगा।

अब यात्रियों को रविवार से विमान की तरह आरामदायक और आधुनिक सुविधा वाली अनुभूति शताब्दी एक्सप्रेस में देगा। इस ट्रेन में एक अनुभूति बोगी रविवार से लगेगी। सफर करने वाले यात्री इसका आनंद उठा पाएंगे। हालाकि इसके लिए यात्रियों को …

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महाराष्‍ट्र: हावड़ा मेल के तीन कोच पटरी से उतरे, कोई घायल नहीं

महाराष्‍ट्र के इगतपुरी रेलवे स्‍टेशन के पास हावड़ा मेल डिरेल हो गई. जानकारी के मुताबिक, इस हादसे में ट्रेन के तीन कोच पटरी से उतर गए. फिलहाल हादसे में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है. मौके पर रेलवे और पुलिस के अधिकारी मौजूद हैं. पटरियों के मरम्‍मत का कार्य जारी है. हालांकि, हादसे की वजह से इस रूट पर चलने वाली ट्रेनों के परिचालन में देरी हो सकती है. जानकारी के मुताबिक, बीती रात मुंबई से हावड़ा जा रही 12808 हावड़ा मेल के तीन कोच इगतपुरी रेलवे स्‍टेशन के पास पटरी से उतर गए. ये हादसा देर रात करीब ढाई से 3 बजे के करीब हुआ है. राहत की बात है कि हादसे में किसी के घायल होने की खबर नहीं है. View image on Twitter View image on Twitter ANI ✔ @ANI #Maharashtra: Three coaches of Howrah Mail train derailed near Igatpuri railway station. Security forces present at the spot. No casualty reported. More details awaited. 5:19 AM - Jun 10, 2018 40 27 people are talking about this Twitter Ads info and privacy रेलवे कंट्रोल के मुताबिक पटरी के मरम्‍मत का काम किया जा रहा है. हावड़ा मेल के आधे कोच को इगतपुरी ले जाया गया है, जबकि बाकी बचे आधे कोच को कसारा लाया जाएगा. फिलहाल मुंबई से इस रूट पर चलने वाली ट्रेनों के परिचालन में देरी हो सकती है.

महाराष्‍ट्र के इगतपुरी रेलवे स्‍टेशन के पास हावड़ा मेल डिरेल हो गई. जानकारी के मुताबिक, इस हादसे में ट्रेन के तीन कोच पटरी से उतर गए. फिलहाल हादसे में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है. मौके पर रेलवे …

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