साल 2017 में कई ऐसी फ़िल्म आयी हैं, जिन्होंने बॉक्स ऑफ़िस पर काफ़ी ख़राब शुरुआत की है। इन फ़िल्मों को 3 करोड़ तक की ओपनिंग नहीं मिली। नवंबर में रिलीज़ हुईं कई फ़िल्में इस केटेगरी में आ रही हैं।
10 नवंबर को ‘शादी में ज़रूर आना’ और ‘क़रीब क़रीब सिंगल’ रिलीज़ हुईं। ‘शादी में ज़रूर आना’ को जहां 1.64 करोड़ की ओपनिंग मिली, वहीं ‘क़रीब क़रीब सिंगल’ ने 1.75 करोड़ जमा किये। ‘तुम्हारी सुलु’ और ‘अक्सर2’ 17 नवंबर को थिएटर्स में पहुंचीं। ‘तुम्हारी सुलु’ को 2.87 करोड़, जबकि ‘अक्सर2’ का कलेक्शन महज़ 1.44 करोड़ ही रहा। हालांकि तुम्हारी सुलु ने बाद में रफ़्तार पकड़ ली ठीक-ठाक कलेक्शन कर लिया। 24 नवंबर को रिलीज़ हुई ‘जूली2’ का हाल तो और ख़राब रहा। फ़िल्म ने महज़ 50 लाख की ओपनिंग ली।
सैफ़ अली ख़ान की फ़िल्म शेफ़ को बॉक्स ऑफ़िस पर बेहद ख़राब रिस्पांस मिला है। राजा कृष्ण मेनन डायरेक्टेड फ़िल्म को महज़ 1.05 करोड़ की ओपनिंग मिली। शेफ़ की ये हालत तब है, जबकि कोई बड़ी फ़िल्म शेफ़ के साथ रिलीज़ नहीं हुई। इस आंकड़े को देखकर लग रहा है, मानो शेफ़ के लिए दर्शकों के बीच कोई उत्सुकता ही ना हो। सैफ़ अली ख़ान जिस दर्ज़े के कलाकार हैं, उसे देखते हुए ये ओपनिंग निराशाजनक है। ख़ासकर इस तथ्य के मद्देनज़र कि ये 2017 में उनकी दूसरी रिलीज़ है। साल के शुरू में रिलीज़ हुई रंगून भी फ्लॉप रही। हालांकि उस असफलता की ज़िम्मेदारी शेयर करने के लिए उनके साथ शाहिद कपूर और कंगना रनौत भी थे।
डायरेक्टर अपूर्व लखिया की हसीना पारकर में श्रद्धा कपूर ने टाइटल रोल निभाया। ये फ़िल्म अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना की बायोपिक थी। फ़िल्म का ज़बर्दस्त प्रमोशन किया गया, मगर सिनेमाघरों में दर्शकों ने डॉन की बहन की ज़िंदगी देखने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखायी। पहले दिन हसीना को सिर्फ़ 1.87 करोड़ मिले।
सज़ा पूरी करने के बाद संजय दत्त भूमि के ज़रिए पर्दे पर लौटे। इस फ़िल्म की यूएसपी डायरेक्टर उमंग कुमार और ख़ुद संजू बाबा थे। मैरी कॉम और सरबजीत जैसी फ़िल्में डायरेक्ट करने वाले उमंग से काफ़ी उम्मीद थी, मगर भूमि पहले दिन 2.25 करोड़ ही जमा कर सकी।
रितिक से विवाद को लेकर सुर्खियों में बनी कंगना रनौत को क्वीन और तनु वेड्स मनु सीरीज़ के बाद डिपेंडेबल स्टार माना जाने लगा, मगर उनकी ताज़ा रिलीज़ फ़िल्म सिमरन फ्लॉप रही। कमाल की बात तो ये कि हंसल मेहता निर्देशित ये फ़िल्म पहले दिन सिर्फ़ 2.77 करोड़ ही जमा कर पायी थी।
अर्जुन रामपाल की डैडी गैंगस्टर से पॉलिटिशियन बने अरुण गवली की बायोपिक फ़िल्म थी, मगर अशीम अहलूवालिया डायरेक्टेड इसे पहले दिन महज़ 1.25 करोड़ मिले। कुछ ऐसा ही हाल रहा फ़रहान अख़्तर की लखनऊ सेंट्रल का, जिसने सिर्फ़ 2.04 करोड़ की ओपनिंग ली। फ़रहान सेंसिबल एक्टर माने जाते हैं। ऐसे में इस फ़िल्म से बेहतर उम्मीद थी।
श्रीदेवी की फ़िल्म मॉम से भी अच्छे बिज़ेनेस की आस लगायी गयी थी। इंग्लिश-विंग्लिश के 5 साल बाद वो बड़े पर्दे पर लौट रही थीं, मगर श्रीदेवी को ज़ोरदार वेल्कम नहीं मिला। रवि उद्यावर डायरेक्टेड फ़िल्म ने 2.90 का कलेक्शन पहले दिन किया। सोनाक्षी सिन्हा की सोलो लीड रोल वाली फ़िल्म नूर का हश्र भी कुछ ऐसा रहा। सुनील सिप्पी निर्देशित फ़िल्म ने महज़ 1.54 करोड़ की ओपनिंग ली।
पोस्टर बॉयज़ से श्रेयस तलपड़े ने बतौर डायरेक्टर डेब्यू किया, मगर सनी देओल और बॉबी देओल की मौजूदगी के बावजूद इसे 1.75 करोड़ की ही ओपनिंग मिली। आयुष्मान खुराना और परिणीति चोपड़ा की मेरी प्यार बिंदु से दर्शकों और क्रिटिक्स दोनों को काफ़ी उम्मीदें थीं, लेकिन फ़िल्म ने दोनों को निराश किया। लिहाज़ा ये फ़िल्म को महज़ 1.75 करोड़ की ही ओपनिंग मिल सकी।