गुजरात में भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने जमकर भ्रमण किया. आरक्षण की मांग पर कांग्रेस से सहयोग का समझौता होने के बाद उन्होंने पटेलों के बीच जाकर कांग्रेस प्रत्याशियों को जिताने की अपील की, लेकिन आखिरकार एक बार फिर बीजेपी के हाथों में ही सत्ता की कमान गई.
चुनावी नतीजों पर हार्दिक ने आजतक से इंटरव्यू में बीजेपी की जीत को बेईमानी की जीत करार दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी ने भले ही जीत दर्ज की है, लेकिन इन नतीजों से बस कुछ ही लोग खुश हैं.
नतीजों से जनता हैरान
हार्दिक ने ये भी कहा कि जो नतीजे आएं हैं, वो हैरान करने वाले हैं. उन्होंने कहा कि जनता भी रिजल्ट देखकर चकित है. उन्होंने कहा, ‘पूरा प्रदेश बेबस है कि क्या हुआ. पहले बीजेपी के जीतने पर पूरा गुजरात खुशी मनाता था. लेकिन कल ऐसा देखने को नहीं मिला.’
हार्दिक ने ये भी कहा कि बीजेपी की जीत पर सिर्फ दिल्ली हाई कमान ही खुश था, गुजरात में कोई जश्न नहीं था.
सूरत में हुई साजिश
सूरत में पाटीदारों के आक्रोश के बावजूद बीजेपी की जबरजस्त जीत पर हार्दिक ने कहा कि ये साजिश के तहत किया गया है. उन्होंने कहा कि मुझे नीचा दिखाने के लिए सूरत में बीजेपी की तरफ से साजिशें रची गईं.
पीएम भी 1 महीने बाद खुश दिखे
हार्दिक पटेल ने अपने बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘चुनाव नतीजों के बाद पीएम मोदी के चेहरे पर काफी खुशी दिखाई दी. एक महीने से काफी परेशान थे.’
वीवीपैट पर रिकाउंटिंग की अपील
हार्दिक ने ईवीएम पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने कई विधायकों से वीवीपैट पर रिकाउंटिंग की अपील की है. हार्दिक ने कहा, ‘कई प्रत्याशी इस मसले पर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.’ हार्दिक ने पीएम मोदी के विक्ट्री साइन को भी ईवीएम की संज्ञा दी.
गुजरात को मिला मजबूत विपक्ष
हार्दिक पटेल ने ये भी कहा कि इस बार गुजरात विधानसभा में मजबूत विपक्ष रहेगा. उन्होंने कहा कि विपक्ष की मजबूती से बीजेपी के मनमानी नहीं चलेगी और मुद्दों पर बहस हो सकेगी.
आंदोलन की चेतावनी
हार्दिक ने पाटीदारों को लेकर अपने आंदोलन पर भी खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि नई सरकार को इस संबंध में कोई रास्ता निकालना होगा, नहीं तो हमारा आंदोलन जारी रहेगा.