विश्व कप चैंपियन ब्राजीली टीम के सदस्य रहे काका ने बतौर खिलाड़ी फुटबॉल से संन्यास ले लिया है। इसके साथ ही उन्होंने संकेत दिए हैं कि वह अपने पूर्व क्लब एसी मिलान के साथ प्रबंधकीय करियर शुरू कर सकते हैं। काका ने ब्राजील के लिए 92 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले, जिसमें उन्होंने 29 गोल किए।
2007 में बैलन डिओर पुरस्कार जीत चुके काका ने कहा, ‘मैं फुटबॉल से नाता नहीं तोड़ रहा हूं, लेकिन भूमिका बदली हुई होगी। अब मैं पेशेवर खिलाड़ी नहीं हूं। मैं एक क्लब में मैनेजर या खेल निदेशक का पद ले सकता हूं।’ 35 वर्षीय काका ने कहा कि एसी मिलान ने हाल ही में उनके सामने इसका प्रस्ताव रखा था। मिलान के साथ खेलते हुए ही काका ने दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर का बैलन डिओर पुरस्कार जीता था। क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोन मेसी से पहले इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को जीतने वाले वही आखिरी फुटबॉलर हैं। काका ब्राजील की उस टीम का हिस्सा रहे हैं, जिसने 2002 में विश्व कप खिताब जीता था।
ब्राजील के मशहूर क्लब साओ पाउलो से करियर की शुरुआत करने वाले काका 2003 में मिलान से जुड़े। मिलान के साथ छह साल के करियर में काका ने मिलान को स्कुडेट्टो (2003-04), सुपरकोप्पा इटालियाना (2004), यूईएफए सुपर कप (2007), फीफा क्लब विश्व कप (2007) और चैंपियंस लीग (2007) खिताब जिताने में अहम भूमिका निभाई।
2007 में चैंपियंस लीग में उन्होंने सबसे ज्यादा दस गोल किए थे। इसके बाद काका 2009 में 68 मिलियन यूरो (करीब पांच अरब रुपये) की डील के साथ रीयल मैडिड क्लब में शामिल हो गए। उन्होंने रीयल को कोपा डेल रे (2010-11) और स्पेनिश लीग (2011-12) खिताब जिताने में मदद की। अपने बेहतरीन खेल की वजह से काका को 2009 के गोल्डन बॉल अवार्ड से भी नवाजा गया।