डीडीए की नई आवास योजना के लिये ड्रॉ आज निकल गया है. सभी फ्लैट अलॉट हो चुके हैं. इसके बाद वेटिंग लिस्ट तैयार की जाएगी. इस बार डीडीए को 46000 से ज्यादा आवेदन मिले थे. ड्रॉ खत्म हो चुका है. अब दस्तावेजों को प्रिंट करने और अन्य जानकारी को वेबसाइट पर अपलोड करने का काम किया जा रहा है.
डीडीए आवास योजना के तहत सारे फ्लैट अलॉट कर दिए गए हैं. इसके बाद अब वेटिंग लिस्ट निकाली जाएगी. इस लिस्ट के जरिये भी कुछ आवेदकों के पास इस योजना के तहत फ्लैट खरीदने का मौका रहेगा. इस वेटिंग लिस्ट में 5 फीसदी लोग डाले जाएंगे.
मार्च के बाद आएगा नया ड्रॉ
डीडीए केे अधिकारियों ने बताया कि 20 हजार फ्लैट निर्माणाधीन हैं. मार्च, 2018 तक हाउसिंग डिपार्टमेंट को अलॉट हो जाएंगे. मार्च से जून के बीच नई हाउंसिंग योजना लॉन्च की जा सकती है. उन्होंने बताया कि अगले 5 से 6 महीनों के भीतर साफ हो जाएगा कि कितने नये प्रोजेक्ट शुरू किए जा सकते हैं.
प्रधानमंत्री आवास योजना के साथ लिंक है योजना
डीडीए के मुताबिक़ यह स्कीम प्रधानमंत्री आवासीय योजना के साथ लिंक है। इसलिए चुने गए आवेदनकर्ता अगर प्रधानमंत्री आवासीय योजना के मानकों को पूरा करते हैं तो उन्हें बैंक से ब्याज पर करीब 1.5 से लेकर 2 लाख तक की सब्सिडी मिलेगी।
अधिकारियों ने बताया कि ड्रॉ में जिन-जिन लोगों को फ्लैट अलॉट हुए हैं. इसकी सारी जानकारी डीडीए की वेबसाइट पर मिलेगी. उन्होंने बताया कि आधे घंटे के भीतर वेबसाइट पर इस संबंध में डाटा अपलोड कर दिया जाएगा. इसके लिए आप डीडीए की वेबसाइट पर जा सकते हैं.
ये हैं सबसे पहले विजेता
शारीरिक रूप से अक्षम लोगों को रिजर्व कोटे के तहत प्राथमिकता दी गई है. इस श्रेणी में सबसे पहले सफल आवंटी नागेश्वर राव रहे. उन्हें द्वारका – 18 B में HIG फ्लैट मिला है. इसी श्रेणी में दूसरे सफल आवंटी रहे प्रेम प्रकाश मिश्रा. तीसरे सफल आवंटी उमाकांत मिश्रा रहे.
वहीं, जनरल कैटेगरी में पहली आवंटी नेहा मेहता रहीं. उन्हें द्वारका 23 B में एलआईजी फ्लैट मिला है. वहीं, अनुसूचित जाति की श्रेणी में प्रदीप कुमार नाम के शख्स को एचआईजी फ्लैट मिला है.
12 हजार से ज्यादा फ्लैट हुए बांटे
इसमें कुल 12 हजार 617 फ्लैटों के लिये ड्रॉ निकाले गए. इन फ्लैटों को 4 आय वर्ग श्रेणियों में बांटा गया है. ये फ्लैट रोहिणी, द्वारका, नरेला, वसंत कुंज, जसोला, पीतमपुरा, पश्चिम विहार और सिरसपुर जैसे स्थानों पर हैं.
इनमें से 85 एचआईजी, 403 एमआईजी, 11757 एलआईजी और 372 जनता फ्लैट हैं. कुल फ्लैटों में से तकरीबन 10 हजार 2014 की आवास योजना के हैं जिन पर कब्जा नहीं लिया गया था जबकि 2000 खाली पड़े हैं.