उत्तर प्रदेश में होने वाले नगर निकाय चुनावों के तीसरे फेज से पहले भारत-नेपाल सीमा को सील कर दिया गया है. सील की जाने वाली भारत-नेपाल सीमा 84 किलोमीटर लंबी है. जिलाधिकारी वीरेंद्र कुमार सिंह के अनुसार सुरक्षा के मद्देनजर चुनाव से 24 घंटे पहली सीमा सील की गई है. इसे 29 नवंबर को मतदान होने के बाद ही खोला जाएगा.
सुरक्षा बलों की तैनाती
सीमा पर घुसपैठ कर चुनावों को बाधित करने की खुफिया खबरों के आने के बाद सीमा पर कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया गया है. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारत-नेपाल सीमा पर सशस्त्र सीमा बल (SSB) की तैनाती की गई है. दरअसल, भारत-नेपाल सीमा पर माओवादियों को लेकर बड़ी चुनौती है. सिंह के अनुसार चुनाव के दौरान ऐसी किसी भी वारदात से बचाव के लिए सीमा को सील करना जरूरी हो जाता है, ताकि कोई भी असामाजिक तत्व चुनाव बाधित ना कर सकें.
कुछ को मिलेगी एंट्री
वीरेंद्र सिंह ने कहा कि सीमा सील हो जाने के बाद कोई भी गाड़ी इधर से उधर नहीं जा सकती और ना ही उधर से इधर आ सकती है. सिर्फ आपातकालीन गाड़ियों को जैसे कि एम्बुलेंस और बहुत जरूरी गाड़ियों को ही सीमा पार करने की अनुमति होगी.
कैमरों से लैस
भारत-नेपाल सीमा की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए 84 किलोमीटर लंबी सीमा पर कंप्यूटरीकृत कैमरे लगाए गए हैं ताकि हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा सके. वीरेंद्र कुमार के अनुसार सोनौली में भी ऐसे दो अत्याधुनिक कैमरे लगाए गए हैं.
26 जिलों में होना है चुनाव
बता दें कि तीसरे चरण का निकाय चुनाव 29 नवंबर को होना है. तीसरे चरण के दौरान 26 जिलों में वोट डाले जाएंगे.