विशेषज्ञ भी अब फोन, कंप्यूटर आदि के कम से कम इस्तेमाल पर जोर दे रहे हैं। ऑफिस में कंप्यूटर पर काम करना आपकी मजबूरी हो सकती है, लेकिन घर पर नहीं। घर पर कंप्यूटर, मोबाइल से दूरी बनाकर रहें।
सिर्फ पेट भरने के लिए खाना नहीं खाएं। डाइट में उन चीजों को शामिल करें, जिसका सीधा असर आपकी आंखों की सेहत पर हो। खाने में जितना हो सके पोषक तत्व और प्रोटीन युक्त आहार शामिल करें। हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, मछली, फल आदि खूब खाएं। इन्हें खाने से आंखों में ड्राई आई सिंड्रोम की समस्या नहीं होती है।
आंखों में जलन, चुभन हो रही है या फिर कंप्यूटर पर काम करने से आंखों से पानी आए, तो आंखों की जांच करवाएं। आंखों की रोशनी पूरी तरह से सही है या पढ़ने के दौरान भी कोई समस्या महसूस नहीं होती, फिर भी साल में कम से कम एक बार आंखों की जांच अवश्य करवाएं।
यदि आप कंप्यूटर पर देर तक काम करते हैं, तो प्रत्येक सेकंड कम से कम तीन से चार बार अपनी पलकों को बीच-बीच में झपकाते रहें। इससे आंखें तरोताजा और तनाव मुक्त रहती हैं। ऐसा करने से आंखों पर स्ट्रेन भी नहीं पड़ेगा।
आंखों की रोशनी और सेहत को अच्छा बनाए रखने के लिए व्यायाम करें। दोनों हथेलियों को आपस में रगड़ें। जब हथेलियां गर्म हो जाएं, तो उन्हें हल्के से आंखों पर रखें। इससे आंखों का तनाव और दर्द दूर होगा। बाहर से आने पर आंखों में पानी की छींटे जरूर मारें। इससे धूल-कण निकल जाएंगे और आंखों को कोई नुकसान नहीं होगा।