संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती को लेकर हो रहा विरोध बढ़ता ही जा रहा है, पहले सिर्फ बीजेपी शासित राज्य इसको रिलीज होने देने के खिलाफ थे, लेकिन अब कांग्रेस के सीनियर नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी इसका विरोध किया है। ऐसे में पंजाब पहला ऐसा कांग्रेस शासित राज्य बन गया है जो फिल्म के विरोध में आया है। अमरिंदर सिंह ने सोमवार (20 नवंबर) को कहा कि सिनेमा का लाइसेंस होने का यह मतलब नहीं है कि इतिहास से छेड़छाड़ की जाए। उन्होंने कहा कि वह इतिहास के छात्र रहे हैं और चित्तोड़ भी गए हैं। जानिए किसने किया समर्थन और कौन है विरोध में-
विरोध करने वाले राज्य- अबतक भाजपा शासित राज्य यूपी, मध्यप्रदेश फिल्म का विरोध कर चुके हैं। शिवराज ने कहा था कि ऐतिहासिक तथ्यों से खिलवाड़ कर अगर पद्मावती जी के सम्मान के खिलाफ फिल्म में दृश्यों दिखाए गए हैं तो उस फिल्म का प्रदर्शन मध्यप्रदेश की धरती पर नहीं होगा।
सपोर्ट करने वाले राज्य- कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया फिल्म के समर्थन में हैं, उन्होंने कहा कि फिल्म को लेकर हो रहे प्रदर्शन, खासकर किसी महिला को मिल रही धमकियां दिखाती हैं बीजेपी के राज में देश में कितनी असहिष्णुता बढ़ गई है। इससे पहले पश्चिम बंगाल की सीएम ने फिल्म को लेकर हो रहे विवाद के लिए भाजपा पर निशाना साधा था।
उन्होंने कहा था कि पूरा विवाद ना सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि यह एक राजनीतिक पार्टी द्वारा बोलने-लिखने की आजादी को खत्म करने का सोचा समझा प्लान है। उन्होंने आगे इस पूरे मामले पर हो रहे विवाद और देश के माहौल को ‘सुपर इमरजेंसी’ बताया। ममता ने आगे कहा कि इसके खिलाफ पूरी फिल्म इंडस्ट्री को एक हो जाना चाहिए।
बता दें कि डायरेक्टर संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ पर विवाद हो रहा है। इस फिल्म के कुछ सीन पर राजपूत समेत कुछ और धर्म के लोगों को आपत्ति है। जिसके चलते फिल्म को बैन करने की मांग उठी है। ऐसे में कई संगठनों के प्रमुख दीपिका, भंसाली और रणवीर सिंह के खिलाफ आपत्तिजनक बयान तक दे चुके हैं।