आरजेडी में भले ही तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के तौर पर पेश करने की कोशिश शरू हो गई है लेकिन पार्टी का एक धड़ा ये नहीं चाहता कि तेजस्वी यादव को अभी से नेता बना दिया जाये.
21 नवंबर को पार्टी राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक है, हो सकता है कि इस बैठक में तेजस्वी के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का फैसला भले ही न हो लेकिन उस पर चर्चा तो जरूर होगी. लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद इससे सहमत नहीं हैं. उनका कहना है कि नाम पहले तय करने से कोई फायदा नहीं होता.
रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री पद का नाम तय कर देने से सारे लोग उसी पर लग गए हैं. सभी विपक्ष बीजेपी और जेडीयू को दूसरा कोई काम नहीं बचा है. उन लोगों का विषय ही वह हो गया इसलिए नाम पहले कर देने से कोई फायदा नहीं होता. अब सारे लोग उन पर भिड़ गए हैं यह गलत है.
उन्होंने कहा कि पार्टी के लोग उन्हें नेता मानते हैं तो मानते हैं लेकिन ऐसा करने से नुकसान होता है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी अभी नौजवान हैं अभी से नेता बनाने पर उसी में उलझे रह जाएंगे.
राष्ट्रीय अधिवेशन में मुख्य तौर पर आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की 10वीं बार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर ताजपोशी होगी. साथ ही संगठन को मजबूत करते हुए आगे आने वाली चुनौतियों पर विचार विमर्श किया जाएगा. पार्टी देश की बिगड़ती आर्थिक व्यवस्था और विदेश नीति पर प्रस्ताव पास कर केंद्र की सरकार को घेरने की कोशिश करेगी. साथ लालू यादव के परिवार को फंसने पर भी केंद्र सरकार की आलोचना की जाएगी.