नोएडा.दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में बाइक सवार बदमाशों ने गुरुवार को बीजेपी नेता की कार पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। इस दौरान बीजेपी नेता की कार डिवाइडर से टकरा गई। हमले में बीजेपी नेता शिवकुमार यादव (40 साल) और उनके एक गनर की मौत हो गई। कार की टक्कर से घायल एक लड़की अंजलि (14) की भी मौत हो गई। वारदात दोपहर करीब 3 बजे बिसरख थाना क्षेत्र में हुई। तब बीजेपी नेता अपने दो गनर के साथ फॉर्च्यूनर कार से गाजियाबाद लौट रहे थे। पुलिस ने पुरानी रंजिश के चलते हत्या का शक जताया है। नोएडा और गाजियाबाद पुलिस बदमाशों की तलाश में छापेमारी कर रही है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि बदमाशों ने करीब 12 से ज्यादा राउंड फायर किए।
स्कूल से घर लौटते वक्त हुआ हमला
– जानकारी के मुताबिक, शिवकुमार ग्रेटर नोएडा के हैबतपुर गांव में मां भगवती स्कूल चलाते थे। दोपहर को वह कार से गाजियाबाद के प्रताप विहार स्थित घर लौट रहे थे। कार में उनके साथ दो गनर मौजूद थे। एक गनर कार ड्राइव कर रहा था, दूसरा उसके साथ फ्रंट सीट पर बैठा था। शिवकुमार पिछली सीट पर थे।
– जैसे ही उनकी कार तिगड़ी गोल चक्कर के पास पहुंची। दो बाइक पर सवाल करीब 4 बदमाशों ने उन पर ऑटोमैटिक हथियारों से फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान ड्राइवर को गोली लगी और कार डिवाइडर से टकराकर पलट गई। इसके बाद हमलावरों ने शिवकुमार को दो गोलियां मारीं।
– वारदात के बाद शिवकुमार और जख्मी गनर्स को फोर्टिस हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां खबर मिलने पर उनके रिश्तेदार और सैकड़ों बीजेपी कार्यकर्ता जमा हो गए। एक गार्ड को दिल्ली के जीटीबी हॉस्पिटल रेफर किया गया है।
पुरानी रंजिश में बीजेपी नेता की हत्या का शक
– पुलिस सूत्रों ने बताया कि, वारदात में पुरानी रंजिश का शक है। 25 साल पहले शिवकुमार के पिता की हत्या हुई थी। इसके बाद से गांव के कुछ लोगों के साथ उनकी रंजिश चल रही थी। 5 साल पहले वह हत्या के एक मामले में जेल भी गए थे। समझौता होने पर दो साल पहले जेल से छूट गए।
– दूसरी ओर, एसएसपी, गौतमबुद्ध नगर लव कुमार ने कहा कि हमलावरों ने ऑटोमैटिक गन से फायरिंग की है। उनकी संख्या तीन से चार हो सकती है। पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है। जांच में गाजियाबाद पुलिस की भी मदद ली जा रही है।
सांसद महेश शर्मा के लिए किया था प्रचार
– बता दें कि शिवकुमार कुछ साल पहले बीजेपी से जुड़े। नोएडा में सक्रिय कार्यकर्ता के तौर पर सांसद और केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा के लिए प्रचार भी कर चुके हैं। उन्हें शर्मा का करीबी माना जाता था।