अगर आपकी गाड़ी भी इस कैटेगरी में आती है तो आपको पछताना पड़ सकता है। देखिए गाड़ियों से जुड़ी एक बुरी खबर, पढ़कर बड़ा झटका लगेगा।
जिस तरह से दिल्ली में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है, लोगों को इसका खामियाजा ज्यादा भुगतना पड़ेगा। इसका समाधान निकालने के लिए बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर साथ-साथ बैठे। इस मीटिंग में फैसला लिया गया कि उद्योगों और वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम किया जाएगा। इसके लिए हरियाणा में 15 साल पुराने डीजल वाहन बंद कर दिए जाएंगे और सीएनजी वाहनों पर जोर रहेगा।
ऐसे में अगर आपका वाहन भी 15 साल पुराना है तो इसे बदलने की तैयारी कर लीजिए, वरना नुकसान उठाना पड़ेगा। इसके लिए अंतरराज्यीय सीएनजी बसें चलाने पर सहमति बनी। अन्य वाहनों को भी सीएनजी करने के प्रयास किए जाएंगे। दिल्ली के आसपास स्थित उद्योगों से होने वाला वायु प्रदूषण खत्म किया जाएगा। पराली जलाने पर पूरी तरह रोक लगाई जाएगी। हरियाणा से आने वाले ऐसे वाहन, जिन्हें दिल्ली के बीच से गुजरना जरूरी नहीं, उन्हें बाईपास से निकालने पर जोर रहेगा।
बैठक में 2018 की सर्दियों के मौसम में दोबारा ऐसी स्थिति उत्पन्न होने से रोकने के लिए कई उपाय किए जाएंगे। इस पर दोनों सीएम ने सहमति जताई। आने वाले दिनों और महीनों में संयुक्त रूप से पहचाने गए बिंदुओं पर त्वरित काम किया जाएगा। अगली बैठकों में दोनों राज्य वायु और जल प्रदूषण के अन्य स्रोतों पर मंथन करेंगे। सीएम आवास चंडीगढ़ में लगभग डेढ़ घंटे चली दोनों राज्यों के सीएम की उच्चस्तरीय बैठक में वायु प्रदूषण के साथ ही अन्य मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा हुई।
बैठक में दिल्ली सरकार ने इन दिनों पराली जलने से वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने का तर्क दिया, जिससे हरियाणा ने सिरे से खारिज किया और कहा कि प्रदेश में पराली जलाने के मामले लगभग आधे रह गए हैं। स्मॉग में थोड़ा-बहुत प्रभाव इसका हो सकता है। प्रदूषण का मुख्य कारण वाहन व उद्योग हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी संयुक्त संबोधन के दौरान इस बात को माना।
उन्होंने कहा कि वाहनों व उद्योगों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए सीएनजी वाहनों को बढ़ावा देंगे। सीएम मनोहर लाल ने कहा कि दो साल से दिल्ली व आसपास स्मॉग की समस्या बढ़ी है। यह वास्तविक समस्या है और इसके समाधान के लिए उचित कदम उठा रहे हैं। पराली प्रबंधन और वाहन प्रदूषण रोकने के लिए कार्रवाई की है। प्रदेश में पराली जलाने के मामले काफी नियंत्रित हुए हैं। दिल्ली का प्रदूषण कम करने के लिए यातायात कंट्रोल करेंगे।