हर इंसान को उसके सपने में कई तरह-तरह की चीजें दिखाई देती है कुछ चीजें अच्छी होती है तो डरावनी। स्वप्नशास्त्र के अनुसार सपनों में चीजों को दिखने का अपना अलग-अलग महत्व होता है। सपने अवचेतन मस्तिष्क के संपर्क में आने वाले वो विचार होते हैं जिनका संबंध इंसान के भूत और भविष्य से होता है। अगर आपको आध्यात्म या धर्म से जुड़े सपने आते हैं तो समझें कि आप बहुत ही खास किस्म के इंसान हैं। खासकर भगवान शिव से जुड़े सपने आते हैं तो इसका मतलब होता है कि आप सबके प्रति सकारात्मक सोच रखने वाले और नेक इरादे के इंसान हैं। लेकिन अगर आपको भगवान शिव का त्रिशूल, सांप या डमरू दिखाई देता है तो इसका क्या रहस्य है?
अगर आप को सपने में शिवलिंग दिखता है तो यह सपना आपके पूर्व जन्म के बारे में संकेत देता है कि आप पिछले जन्म में भगवान शिव की पूजा करते थे। शिवलिंग दिखने का संकेत यह भी होता है कि आपकी सभी समस्याओं का अंत हो चुका है और आप को विजय, संपदा मिलने वाली है।
भगवान शिव और पार्वती की अर्धनारीश्वर वाली प्रतिमा या मूर्ति सपने में दिखाई दे तो मानें कि आपको जल्द ही नए अवसर मिलने वाले हैं। आपको जल्द ही धन-संपदा मिलने के शुभ समाचार मिलने वाले है।
शिव तांडव क्रोध और मनोवेग का संकेत माना जाता है। अगर आप भगवान शिव को नाचते हुए देखते हैं तो इसका मतलब है कि आपकी समस्याएं जल्द ही समाप्त हो जाएंगी। आपको धन मिलेगा लेकिन बाद में कुछ परेशानी हो सकती है।
त्रिशूल इंसान के भूतकाल, वर्तमान और भविष्यकाल को दर्शाता है। अगर सपने में किसी को भगवान शिव का त्रिशूल दिखता है तो वह इंसान के जन्म, जीवन और मृत्यु से संबंधित संकेत देता है। त्रिशूल इंसान की सभी समस्याओं को समाप्त करने का संकेत होता है। स्वप्न में त्रिशूल देखना बहुत ही शुभ होता है।
शिव के माथे पर दिखने वाला अर्धचंद्र बुद्धिमत्ता को दर्शाता है। अगर आपको यह स्वप्न में दिखाई देता है तो समझें कि जल्द ही आप कोई बड़ा निर्णय लेने वाले हैं। ऐसा सपना आपके शिक्षा के क्षेत्र में शुभ संकेत देता है।
डमरू ध्वनि का प्रतीक माना जाता है। स्वप्न में अगर डमरू दिखाई दे तो समझें कि आपके पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होने वाला है।