निकायों में परचम फहराने की कोशिश में जुटी भाजपा, उम्मीदवारों की घोषणा में भी पीछे नहीं रहना चाहती। पार्टी की कोशिश है कि नवंबर के पहले सप्ताह से उम्मीदवारों की घोषणा शुरू हो जाए।
इसीलिए प्रदेश नेतृत्व ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में बदलाव करते हुए जिला और निकाय चुनाव प्रभारियों को उम्मीदवारों के चयन के लिए बनी स्क्रीनिंग कमेटी की बैठकें 31 अक्तूबर तक निपटा लेने का निर्देश दिया है।
कई जगह ये बैठकें बुधवार से शुरू भी हो गईं। स्क्रीनिंग कमेटियों को सभी पदों के लिए सिर्फ तीन-तीन नामों का पैनल टिकट तय करने वाले फोरम को भेजने को कहा गया है।
दरअसल, हर जगह दावेदारों की भारी भीड़ ने भाजपा नेतृत्व की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। पार्टी नेतृत्व को लगता है कि टिकट तय करने वाले फोरम के पास अगर सभी दावेदारों के नाम पहुंच गए तो उसके लिए निर्धारित समय पर टिकटों की घोषणा करना काफी मुश्किल हो जाएगा।
इसीलिए पार्टी नेतृत्व इस प्रयास में जुटा है कि फोरम के पास सिर्फ वे ही नाम आएं जिनकी दावेदारी गंभीर हो।
ये बनाए गए मानक
प्रदेश नेतृत्व ने स्क्रीनिंग कमेटी को पैनल में भेजे जाने वालों नामों के बारे में पूरा ब्योरा भेजने का निर्देश दिया है। इसके अंतर्गत प्रत्येक दावेदार की छवि, पार्टी से जुड़ाव, संगठन में यदि कोई पद कभी रहा हो या हो तो उसका विवरण, क्षेत्र और पैनल में सम्मिलित नामों का अलग-अलग जातीय समीकरण, क्षेत्र के जातीय समीकरण, संभावित प्रतिद्वंद्वी के मैदान में उतरने पर मजबूती और कमजोरी के समीकरण, क्षेत्र के लोगों के बीच छवि, कार्यकर्ताओं के बीच पकड़, जनाधार, पहले चुनाव लड़ चुके हैं तो उस समय की स्थिति, पार्टी के मूल कार्यकर्ता या दूसरे दल से आए हुए आदि बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई है।
27 को लखनऊ में बैठक
निकाय चुनाव के सिलसिले में तैयारियों और नगर निगमों में महापौर तथा पार्षदों के लिए सामने आए दावेदारों के बारे में सामान्य जानकारी के लिए सभी प्रभारियों को 27 अक्तूबर को लखनऊ स्थित प्रदेश मुख्यालय बुलाया गया है। इस बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र पांडेय और प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल प्रभारियों को आगे की तैयारियों के बारे में बताएंगे। संभावना है कि इसी दिन निकाय चुनाव की अधिसूचना भी जारी हो जाएगी।