टीम इंडिया के स्टार बॉलर भुवनेश्वर कुमार इन दिनों चर्चा में हैं। दरअसल हाल ही में उन्होंने एक फोटो शेयर करते हुए अपनी होने वाली बेटर हाफ को दिखाया है। उनकी होने वाली वाइफ का नाम नुपुर नागर है। हालांकि नाम के अलावा उन्होंने कुछ जानकारी नहीं दी। भुवनेश्वर की पर्सनल लाइफ की बात करें तो टीम इंडिया का ये स्टार बॉलर यूपी के मेरठ का रहने वाला है और काफी मुश्किलों के बाद यहां तक पहुंचा है।
छोटे शहर में बीता बचपन…
– भुवनेश्वर कुमार का जन्म यूपी के मेरठ में 5 फरवरी 1990 को हुआ था। उनके पिता का नाम किरणपाल सिंह हैं, जो यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर रहे हैं। वहीं मां का नाम इंद्रेश है, जो बुलंदशहर के पास छोटे से गांव की रहने वाली हैं।
– भुवी को क्रिकेटर बनाने में सबसे बड़ा क्रेडिट उनकी बड़ी बहन रेखा का है, जो उन्हें 13 साल की उम्र में पहली बार क्रिकेट कोचिंग लेकर गई थीं।
– बचपन से ही भुवनेश्वर का इंट्रेस्ट क्रिकेट में था, लेकिन पुलिस में होने की वजह से उनके पिता के पास वक्त नहीं रहता था। वहीं उनकी मां को क्रिकेट के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। इसके बाद उनसे 7 साल बड़ी बहन रेखा ने अपने भाई के टैलेंट को देखा और वे ही उन्हें पहली बार क्रिकेट स्टेडियम लेकर गईं।
– रेखा ही पहली बार भुवनेश्वर को अपने साथ स्टेडियम लेकर गई थीं, जो उनके घर से करीब 7-8 किलोमीटर दूर था। शुरुआती दौर में वे अपनी बहन के साथ ही स्टेडियम आते जाते थे।
– जब उन्हें क्रिकेट का कोई सामान खरीदना होता था, तो वे दीदी के साथ ही जाते थे। यहां तक कि उनकी बहन ने भुवनेश्वर के टीचर्स से भी कह दिया था कि वे पढ़ाई के लिए उनपर ज्यादा दबाव ना बनाएं।
– पिता का ट्रांसफर वाला जॉब होने की वजह से भुवी की दीदी ही उनकी पढ़ाई और क्रिकेट की कोचिंग का पूरा ध्यान रखती थीं। यहां तक कि क्रिकेट कोच के साथ उनकी प्रोग्रेस के बारे में भी उनकी बहन ही डिस्कस करती थीं।
– भुवी को क्रिकेटर बनाने में सबसे बड़ा क्रेडिट उनकी बड़ी बहन रेखा का है, जो उन्हें 13 साल की उम्र में पहली बार क्रिकेट कोचिंग लेकर गई थीं।
– बचपन से ही भुवनेश्वर का इंट्रेस्ट क्रिकेट में था, लेकिन पुलिस में होने की वजह से उनके पिता के पास वक्त नहीं रहता था। वहीं उनकी मां को क्रिकेट के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। इसके बाद उनसे 7 साल बड़ी बहन रेखा ने अपने भाई के टैलेंट को देखा और वे ही उन्हें पहली बार क्रिकेट स्टेडियम लेकर गईं।
– रेखा ही पहली बार भुवनेश्वर को अपने साथ स्टेडियम लेकर गई थीं, जो उनके घर से करीब 7-8 किलोमीटर दूर था। शुरुआती दौर में वे अपनी बहन के साथ ही स्टेडियम आते जाते थे।
– जब उन्हें क्रिकेट का कोई सामान खरीदना होता था, तो वे दीदी के साथ ही जाते थे। यहां तक कि उनकी बहन ने भुवनेश्वर के टीचर्स से भी कह दिया था कि वे पढ़ाई के लिए उनपर ज्यादा दबाव ना बनाएं।
– पिता का ट्रांसफर वाला जॉब होने की वजह से भुवी की दीदी ही उनकी पढ़ाई और क्रिकेट की कोचिंग का पूरा ध्यान रखती थीं। यहां तक कि क्रिकेट कोच के साथ उनकी प्रोग्रेस के बारे में भी उनकी बहन ही डिस्कस करती थीं।
सचिन को शून्य पर आउट करने का रिकॉर्ड
– भुवनेश्वर कुमार डोमेस्टिक क्रिकेट में यूपी के लिए खेलते हैं। वहीं दलीप ट्रॉफी में वे सेंट्रल जोन के लिए खेलते हैं।
– भुवी ने अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू 17 साल की उम्र में बंगाल की ओर से खेलते हुए किया था।
– साल 2008-09 के रणजी ट्रॉफी फाइनल में भुवनेश्वर ने सचिन को शून्य पर आउट किया था। वे ऐसा करने वाले पहले बॉलर थे।
– साल 2008-09 के रणजी ट्रॉफी फाइनल में भुवनेश्वर ने सचिन को शून्य पर आउट किया था। वे ऐसा करने वाले पहले बॉलर थे।
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तीनों फॉर्मेट में पहला विकेट बोल्ड
– भुवनेश्वर ने अपना इंटरनेशनल डेब्यू 25 दिसंबर 2012 को पाकिस्तान के खिलाफ हुए टी-20 मैच में किया था।
– दिसंबर 2012 में ही उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू भी किया, जिसमें पहली ही बॉल पर उन्होंने विकेट लिया था।
– टेस्ट डेब्यू फरवरी 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नई में किया था।
– भुवनेश्वर ने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में अपना पहला विकेट बोल्ड करते हुए लिया, और ऐसा करने वाले वे दुनिया के इकलौते बॉलर हैं।
– दिसंबर 2012 में ही उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू भी किया, जिसमें पहली ही बॉल पर उन्होंने विकेट लिया था।
– टेस्ट डेब्यू फरवरी 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नई में किया था।
– भुवनेश्वर ने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में अपना पहला विकेट बोल्ड करते हुए लिया, और ऐसा करने वाले वे दुनिया के इकलौते बॉलर हैं।