कमिश्नर जल्द शासन को रिपोर्ट देंगे। माना जा रहा है कि शासन पुलिस और प्रशासन के बड़े अफसरों पर कार्रवाई कर सकता है। बीएचयू उपद्रव मामले में बयान दर्ज कराने वाले कुल 27 लोगों में से15 लोग कमिश्नर कार्यालय पहुंचे जबकि 12 लोगों ने फोन पर कमिश्नर को घटना के बारे में जानकारी दी।
डॉ. भीमराम अंबेडकर विचार मंच की ओर से सुनील यादव, श्रीप्रकाश राय, राजेश कुमार, एबीवीपी की ओर से बीएचयू के शोध छात्र भूपेंद्र सिंह, घनश्याम एवं अश्विनी कुमार शुक्ला ने बयान दर्ज कराया। वहीं हैंड्स आफ महामना ऐरा की ओर से जनार्दन शांडिल्य समेत सात लोगों ने बयान दर्ज कराया।
सूत्रों की मानें तो इन सभी का कहना था कि छात्राएं सिर्फ अपनी सुरक्षा की मांग कर रही थी। वह सीसीटीवी कैमरा लगवाना चाहती थीं और ये कोई बड़ी मांग नहीं थी। बीएचयू के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि जब छात्राओं पर लाठीचार्ज किया गया है। यह निंदनीय है।