पाकिस्तान की ओर से सीजफायर उल्लंघन का सिलसिला थम नहीं रहा है. पाकिस्तानी सेना ने एक बार फिर भारतीय सीमा चौकियों और गांवों को निशाना बनाकर फायरिंग की है. जम्मू, सांबा और पुंछ जिलों में पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिंग में बीएसएफ के दो जवानों सहित सात लोग घायल हो गए हैं.
शुक्रवार को ही सीमा पर जारी तनाव के बीच भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ (सैन्य अभियानों के महानिदेशकों) के बीच बातचीत हुई थी. इस बातचीत में भारत के डीजीएमओ लेफ़्टिनेंट जनरल एके भट्ट ने पाकिस्तान से जोर देकर कहा कि पाकिस्तानी सेना की मदद लेकर सीमा पर आतंकी घुसपैठ की कोशिशों का सिलसिला लगातार जारी है. इससे सीमा पर शांति भंग हो रही है. डीजीएमओ ने कहा कि भारतीय सेना एक पेशेवर सेना है और यदि उसके किसी जवान की जान जाती है, तो उसके पास इसका माकूल जवाब देने का अधिकार है.
इससे पहले भी पाकिस्तानी सैनिकों ने सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में भारी गोलाबारी की थी. पाकिस्तान रेंजर्स ने अरनिया सेक्टर के 20 से ज्यादा सीमायी गांवों पर फायरिंग की थी, जिसमें छह लोग घायल हो गए थे. पाकिस्तानी बलों ने अरनिया सेक्टर के अरनिया खुर्द, पिंडी, काठर, जबोवाल, कोल खुर्द में भी गोलाबारी की. फायरिंग में कई घरों को नुकसान पहुंचा और एक दर्जन मवेशी भी इसमें मारे गए. पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से 13 और 18 सितंबर के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा तथा नियंत्रण रेखा पर लगातार फायरिंग की गई. इस दौरान जम्मू और पुंछ जिलों में पाकिस्तानी सैनिकों की गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया और एक नागरिक की जान चली गई तथा 12 अन्य घायल हो गए थे.
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पाकिस्तानी रेंजर्स ने 17 और 18 सितंबर की दरम्यानी रात अरनिया सेक्टर में बिना उकसावे के गोलीबारी की और बाद में मोर्टार दागे. अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 15 सितंबर को पाकिस्तानी सैनिकों की गोलीबारी में एक बीएसएफ जवान शहीद हो गया था और एक ग्रामीण जख्मी हो गया था.