झारखण्ड में अधिकारियों की कार्यशैली पर कई बार सवाल उठते रहते हैं लेकिन इस बार रेलवे के अधिकारियों की वजह से यात्रियों की ट्रेन ही छूट गई. रेलवे अधिकारियों ने बीते बुधवार की रात करीब 10:30 बजे हटिया से पटना जा रही पाटलिपुत्र एक्सप्रेस ट्रेन में बैठे झारखंड सरकार के मंत्री के लिए अचानक प्लेटफार्म बदल दिया, ताकि मंत्रीजी को प्लेटफॉर्म पर ज्यादा न चलना पड़े. आमतौर पर यह ट्रेन जसीडीह स्टेशन के दो या तीन नंबर प्लेटफॉर्म पर लगती है लेकिन मंत्रीजी को देखते हुए रेल प्रशासन ने पाटलिपुत्र एक्सप्रेस को जसीडीह स्टेशन के दो या तीन नंबर पर लगाने की बजाय एक नंबर प्लेटफार्म पर लगा दिया. दरअसल इस ट्रेन की एसी टू बोगी में झारखंड सरकार के नगर विकास मंत्री सीपी सिंह सफर कर रहे थे और उन्हें देवघर जाना था.
कई यात्रियों की ट्रेन छूट गई
यात्रियों का आरोप है कि ट्रेन के प्लेटफॉर्म बदलने की कोई घोषणा भी नहीं की गई जिसकी वजह से कई यात्रियों की ट्रेन छूट गई. वहीं अचानक दूसरे प्लेटफॉर्म पर ट्रेन को आता देख यात्रियों में भी अफरा-तफरी मच गई. ट्रेन पकड़ने के लिए बुजुर्ग, महिलाओं और बच्चे को फुट ओवर ब्रिज क्रॉस कर एक नंबर प्लेटफॉर्म पर आना पड़ा. जसीडीह उतरने वाले यात्री हैरान हो गए कि यह ट्रेन कभी प्लेटफार्म नंबर एक पर नहीं आती.
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क्या कहते हैं नियम
रेल नियमों के मुताबिक राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया, हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस, राज्यपाल और मुख्यमंत्री के लिए ही प्लेटफॉर्म बदले जाते हैं. इसके अलावा विषम परिस्थिति में ही प्लेटफार्म बदला जाता है. लेकिन इसकी सूचना वक्त रहते स्टेशन पर मौजूद यात्रियों को देना भी जरूरी रहता है.