भाजपा के फायर ब्रांड नेता और सांसद साक्षी महाराज ने गुरमीत राम रहीम पर दिए बयान पर सफाई दी है। उन्होंने अपने पुराने बयान से पलटते हुए बलात्कार के दोषी गुरमीत राम रहीम के खिलाफ बहुत कुछ कह डाला।
कहा कि जो संत है वो पाखंडी नहीं है। रामपाल, आशाराम और गुरमीत राम रहीम कभी संत नहीं थे। ऋषिकेश में पत्रकारों से बातचीत में सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि गुरमीत राम रहीम का उन्होंने कभी समर्थन नहीं किया। उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया। न्यायालय के फैसले का वह स्वागत करते हैं। राम रहीम के लोगों की वजह से 48 लोगों की जान गई है और करोड़ों की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। राम रहीम को चाहिए था कि वह अपने अनुयायियों को हिंसा करने से रोकते।
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चीन सीमा मामले में भारत की बड़ी जीत
इसके बाद हरिद्वार कनखल पहुंचने पर उन्होंने श्री निर्मल पंचायती अखाड़ा में पत्रकारों से बातचीत की। कहा कि भारत बुद्ध और गांधी की धरती है। संतों और सूफियों की धरती है। और भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। दुर्भाग्य से कुछ लोग अपने निहित स्वार्थो के लिए लोकतंत्र की गलत परिभाषा कर लेते हैं। और ये लोग अपनी मनमानी करते हैं। और उसे लोकतंत्र की एक व्यवस्था समझ लेते हैं। चीन और भारत के बीच दोकलाम के मुद्दे पर बोलते हुए साक्षी महाराज ने कहा कि चीन तो बिना युद्ध के ही पीछे चला गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देशवासियों को धन्यवाद करना चाहिए। मोदी सरकार की तारीफ करते हुए बोले कि 2019 में फिर केंद्र में बहुमत से सरकार बनेगी। उनके कार्यकाल में विश्वस्तर पर भारत की अलग पहचान बन रही है। उत्तराखंड सरकार के कार्यों को भी सांसद साक्षी महाराज ने सराहा। बोले छह माह में किसी सरकार के कामकाज की तुलना नहीं की जा सकती। बुधवार सुबह साक्षी महाराज स्वामी अक्षवानंद की कुशलक्षेम लेने ऋषिकेश स्थित भगवान आश्रम पहुंचे थे।