भारतीय महिला टीम की स्पिन गेंदबाज राजेश्वरी गायकवाड़ का मानना है कि आईसीसी महिला विश्व कप के फाइनल में टीम के जगह बनाने के बाद देश में कई महिलाओं को प्ररेणा मिलेगी और इससे प्रतिस्पर्धा में भी इजाफा होगा.
राजेश्वरी का कहना है कि टीम की सफलता देखकर अब कई लड़कियां क्रिकेट में आगे आएंगी और इससे उन्हें चुनौती भी मिलेगी. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गुरुवार को महिला टीम को राष्ट्रीय राजधानी में सम्मानित किया. इस मौके पर राजेश्वरी ने कहा कि टीम की सफलता को देखते हुए अब प्रतिस्पर्धा और कड़ी हो जाएगी. उन्होंने कहा, ‘अब अधिक से अधिक लड़कियां खेलना चाहेंगी. हमें देखकर दूसरी लड़कियों को प्ररेणा मिलेगी. जाहिर सी बात है, इससे प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और हमें भी चुनौती मिलेगी.’
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राजेश्वरी ने भारत को सेमीफाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी. लगातार दो मैच हारने के बाद भारत को सेमीफानल में पहुंचने के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ लीग दौर के अपने अंतिम मैच में हर हाल में जीत चाहिए थी. कप्तान मिताली राज ने इस मैच में शतक जड़ा था और फिर राजेश्वरी ने किवी टीम के खिलाफ गेंदबाजी में पंजा लगाते हुए भारत को अहम जीत दिलाई थी. इस विश्व कप में भारतीय स्पिनरों ने अधिक फ्लाइट से विपक्षी टीम के गेंदबाजों को काफी परेशान किया. विविधता को छोड़कर फ्लाइट पर ज्यादा निर्भर रहने के बारे में राजेश्वरी ने कहा, “हम लोग जिस हिसाब से रणनीति बनाते थे, उसी हिसाब से गेंदबाजी भी करते थे. हम लोगों ने इस पर काम किया था और रणनीति बनाई थी कि दूसरी टीम की बल्लेबाजों को फ्लाइट देकर आगे खिलाना है, क्योंकि बाहर की खिलाड़ियों का फुटवर्क थोड़ा कमजोर है.”
राजेश्वरी के मुताबिक , मिताली हर मैच में अपनी टीम से किसी तरह का दबाव नहीं लेने और अपनी सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलने की बात कहतीं थीं. राजेश्वरी ने कहा, “मिताली दी हर किसी को यही बोलती थीं कि अपनी सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलनी है। फाइनल से पहले भी उन्होंने कहा था कि आज अपनी सर्वश्रेष्ठ खेलना है। हारने के बाद कुछ नहीं कहा, लेकिन हारने के बाद भी हमारी टीम में इतना आत्मविश्वास तो है ही कि हम अगली बार अच्छा करेंगे।”