दून पहुंचते ही सुरों के सरताज सुखव‌िंदर ने खाए गोलगप्पे ब‌िखेंरेंगे सुरों का जादू

दून पहुंचते ही सुरों के सरताज सुखव‌िंदर ने खाए गोलगप्पे ब‌िखेंरेंगे सुरों का जादू

जब कभी चल छैंया छैंया… गीत आपको सुनाई दे तो आप गुनगुनाए बिना नहीं रह सकेंगे। जी हां, इसी तरह से बारिश के सुहावने मौसम में ताल से ताल मिलाओ गीत सुनकर शायद आप भी अपने हाथों से ताल देने लग जाऐं। मगर क्या आप जानते हैं इन सुंदर गीतों को अपनी आवाज़ में किसने पिरोया है। हम आपको बता रहे हैं इन गीतों को अपनी आवाज़ से शानदार बना देने वाले फनकार कोई और नहीं बल्कि पार्श्वगायक सुखविंदर सिंह हैं।दून पहुंचते ही सुरों के सरताज सुखव‌िंदर ने खाए गोलगप्पे ब‌िखेंरेंगे सुरों का जादू

सुखविंदर सिंह सुरों के सरताज हैं। गीत कैसे  भी हों  सुखविंदर सिंह अपनी आवाज़ और लय,ताल से इसे हिट बना देते हैं। उनके गाए हुए कई गीत सुपरहिट रहे हैं। सुखविंदर सिंह जहां सुर को ऊॅंचा ले जाने में माहिर हैं वहीं अपने गले से आवाज़ को सुमधुर लचक देकर गीत को बेहद सुरीला बनाने में वे माहिर हैं। उनकी आवाज़ बेहद मधुर है। गायकी के ऐसे फनकार सुखविंदर सिंह का जन्म 18 जुलाई 1971 को पंजाब के अमृतसर जिले में हुआ था। वे बचपन से ही स्टेज परफाॅर्मर रहे हैं। उन्होंने 8 वर्ष की आयु से ही स्टेज पर परफाॅर्म करना प्रारंभ कर दिया था।

उन्होंने भारतरत्न लता मंगेशकर के गीत सारे गामा पर अपनी पहली प्रस्तुति दी थी। उन्हें फिल्मों में गीत गाने का अवसर फिल्म कर्मा में ही मिल गया था हालांकि उन्होंने इस फिल्म में कुछ पंक्तियों को ही गुनगुनाया था मगर बाद में वे गायकी को लेकर इंग्लैंड गए और यहां से लौटने के बाद मुंबई आ गए। बाद में उन्होंने फिल्म खिलाफ में गीत आजा साजन में अपनी आवाज़ दी। सुखविंदर सिंह इसके बाद तो रूके ही नहीं उन्होंने हिंदी फिल्म में अभिनय करने वाले कई दिग्गज कलाकारों के लिए गीत गाये। जिनमें पुराने अभिनेता और नए अभिनेता दोनों ही शामिल थे। सुपर स्टार शाहरूख खान, आमिर खान, अनिल कपूर, अक्षय खन्ना जैसे कलाकारों से अभिनीत फिल्मों के लिए इन्होंने अपनी गायकी का फन बिखेरा।

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संगीतकार ए आर रहमान के संगीत कंपोजिशन में उन्होंने अपनी गायकी से लोगों के दिलों को छू लिया। उन्हें फिल्म दिल से के गीत छैंया छैंया के लिए 1999 में  फिल्म फेयर अवाॅर्ड दिया जा चुका है। गीत जय हो के लिए उन्हें आॅस्कर अवाॅर्ड के लिए नामित किया जा चुका है। उन्हें गीत हौले हौले हो जाएगा के लिए भी अवाॅर्ड दिया जा चुका है। सुखविंदर सिंह ने कुछ संगीत एलबम्स में भी अपने सुरों से समां बांध दिया। जिसमें गोरी तेरी आंखें.. भी लोगों को बहुत पसंद आया।

उन्होंने नशा ही नशा संगीत एल्बम में अपनी आवाज़ से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दिल से एल्बम में तो सुखविंदर सिंह ने अपनी आवाज़ से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया है। इस एल्बम के गीत सुन जरा राॅक एन रोल, मैं तुझे दिल से और चेहरा तेरा काफी हिट रहे। सुखविंदर सिंह ने अपनी आवाज़ से भक्ति का अलख भी जगाया है।

मगर उन्हें प्रेम कहानियों वाली बाॅलीवुड फिल्मों में फिल्माए गए गीतों में अपनी आवाज़ देने के लिए अधिक जाना जाता है। इन गीतों में स्लम डाॅग मिलेनियर का जय हो गीत भी सुखविंदर सिंह का एक शानदार गीत माना जाता है। यह बात भी कम ही लोग जानते हैं कि पार्श्वगायक के ही साथ सुखविंदर सिंह कंपोज़र, गीतकार और अभिनेता के तौर पर भी मनोरंजन की दुनिया में अपना योगदान दे चुके हैं। अपने कुछ संगीत एल्बम्स में सुखविंदर सिंह फिल्मांकन में नज़र भी आए हैं।

 

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