New Delhi: पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के बशीरहाट के बादुरिया में सोशल मीडिया पर एक विवादित पोस्ट से भड़की हिंसा अब तक थमी नहीं है। मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने बीजेपी नेता रूपा गांगुली को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर लिया है।ये वीडियो बेहद अश्लील है पर ये आज के स्कूलों में एजुकेशन और अंग्रेजियत के नाम पर हो रहे घटिया काम और शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलता है…
बता दें कि पुलिस ने कांग्रेस और बीजेपी नेताओं को पश्चिम बंगाल जाने से रोका। फेसबुक पोस्ट की वजह से जगह-जगह आगज़नी, तोड़फोड़, बम फेंकने की वारदातें सामने आ रही हैं।
बुधवार की हिंसा में छह लोग घायल हुए, जिनमें तीन गंभीर हैं। चार जिले इस हिंसा की ज़द में हैं। हालात से निपटने के लिए पुलिस के साथ-साथ अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है।चलती बस में भाजपा नेता ने लड़की के साथ किया सेक्स वीडियो…आया सामने
मोबाइल इंटरनेट बंद हैं। धारा 144 लागू है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हिंसा पर ममता सरकार से रिपोर्ट मांगी है। उधर, इस मामले पर राजनीति भी तेज हो गई है। तृणमूल और बीजेपी एक-दूसरे पर आरोप लगा रही हैं वहीं सीएम ममता बनर्जी के अपमान के आरोपों पर राजभवन का कहना है कि राज्यपाल को किसी से ज्ञान लेने की ज़रूरत नहीं है। मुख्यमंत्री के आरोप राज्यपाल का अपमान करने के बराबर है।मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार ने राज्यभर में स्थानीय लोगों के शांतिरक्षण बल गठित करने का फैसला किया है जिन्हें पुलिस और राज्य प्रशासन मदद करेगा। दरअसल, फेसबुक पर डाली गई एक पोस्ट को लेकर सोमवार की रात को बदुरिया और जिले के बशीरहाट उप-संभाग में दो समुदायों के बीच हिंसा हो गई थी। इसके बाद से हालात तनावपूर्ण हैं और मामले में एक युवक को गिरफ्तार भी किया गया।ममता ने कहा कि राज्य के करीब 60 हजार बूथों पर सांप्रदायिक सौहार्द बनाये रखने के लिए शांति वाहिनी तैनात की जाएंगी। हिंसा को लेकर ममता और राज्यपाल के बीच ठन गई है। ममता ने राज्यपाल पर भाजपा के ब्लॉक अध्यक्ष की तरह काम करने और उन्हें धमकाने का आरोप लगाया। राज भवन ने ममता के रवैये और भाषा पर हैरानी जताते हुए कहा, राज्यपाल प्रदेश के मामलों में मूक दर्शक बनकर नहीं रह सकता। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि ये केवल राज्य की जनता को भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल करने के लिए लगाए गए हैं।