बिहार में दरोगा की दबंगई अक्सर दिखने को मिल जाता है। अब फिर एक मामला बिहार के एक जिले में हुआ है, जहां थानेदार ने मुंशी को न सिर्फ मनभर पीटा, बल्कि हाजत में बंद कर झूठे केस में फंसाने की धमकी भी दी। अब एसडीपीओ मामले की जांच कर रहे हैं।
दरभंगा में थानेदार ने थाना परिसर में बन रहे मॉडल थाना के निर्माण करा रहे मुंशी की जमकर पिटाई कर दी। अब मुंशी ने एसडीपीओ को आवेदन देकर कार्यवाई की मांग की है। एसडीपीओ ने मुंशी को जांच कर कार्यवाई करने का आश्वासन दिया है। घटना बिरौल थाना की है, जहां पीड़ित निर्माण कम्पनी के मुंशी फुलबाबु राय ने थानाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी के खिलाफ एसडीपीओ मनीष चंद्र चौधरी से न्याय की गुहार लगायी है।
थानेदार ने जमकर की पिटाई
घटना के संबंध में पीड़ित फूल बाबू राय ने बताया कि बिरौल थाना परिसर में कन्स्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा मॉडल थाना का निर्माण कराया जा रहा है। इसको लेकर निर्माण कंपनी थाना परिसर अपने भवन में काम वाले प्लाई को लाकर रखा करती है। इस बात से थानाध्यक्ष निर्माण कंपनी के मुंशी फूल बाबू राय पर आग बबूला हो गए और उसे पहले भद्दी-भद्दी गालियां देनी शुरू कर दी। जब फूल बाबू राय ने थानेदार से पूछा कि आप क्यों गाली दे रहे है तो उन्होंने कहा कि थाना परिसर में प्लाई लाकर क्यों रखे हो? जबाब में फुलबाबू राय ने कहा कि भवन निर्माण में इसका काम है इसलिए लाकर रखे हैं। इतना सुनते ही थानाध्यक्ष वीरेंदर चौधरी लाठी डंडे से मुंशी की पिटाई कर दी, जिससे वह जख्मी हो गया है।
हाजत में बंद कर झूठे केस में फंसाने की दी धमकी
इस मामले को लेकर कंस्ट्रक्शन कंपनी के संवेदक धर्मेंद्र यादव के मुंशी समस्तीपुर जिला के वारिशनगर थाना क्षेत्र चंदौली निवासी नथुनी राय के पुत्र मुंशी फूल बाबू राय ने इसकी लिखित शिकायत एसडीपीओ से किया है। उन्होने एसडीपीओ को दिये गये आवेदन में कहा है कि वह धर्मेन्द्र कुमार यादव के कंस्ट्रक्शन कंपनी मे साइट सुपरवाइज़र हैं और वह बिरौल मॉडल थाना भवन निर्माण कार्य करा रहा हैं। उन्होंने कहा कि 24 दिसंबर 2024 की सुबह 8 बजकर 45 मिनट पर साइड पर पहुंचे तों थानाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी उन्हें भद्दी भद्दी गाली गलौज करते हुये थप्पड़ से मारने लगा।
इस दौरान थानाध्यक्ष ने कहा कि तुम प्लाई उठाकर यहां क्यों लाये हो? मुंशी ने जवाब दिया कि प्लाई का काम था। इसलिये उठाकर लाये हैं। और यह प्लाई मेरे कंपनी का हैं। इतना कहते ही थानाध्यक्ष आग बबूला हो गये और मुझे पीटने लगे। लाठी से पिटाई के कारण उसके आंख मे चोटें आयी और घड़ी टूटकर नीचे गिर गया। यही नहीं बिना किसी कारण के घंटों हाजत मे बंद कर दिया और बोले कि तुमपर फर्जी मुकदमा कर जेल भेंज देंगे। इस घटना के बाद सभी मिस्त्री और मजदूर वहां से भाग गये। मुंशी ने एसडीपीओ को दिये गये आवेदन में जांच कर थानाध्यक्ष के विरुद्ध कार्रवाई करने का गुहार लगाया है।
थानाध्यक्ष ने कहा झूठा आरोप है
इस संबंध में बिरौल थानाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी ने निर्माण कम्पनी के मुंशी द्वारा लगाये गये आरोप को निराधार और झूठा बताया। वहीं इस मामले को लेकर बिरौल अनुमंडल के एसडीपीओ मनीष चन्द्र चौधरी कहा कि मुंशी के द्वारा आवेदन दिया गया है। मामले की जांच कराई जा रही है। जांच के बाद उचित कार्यवाई की जाएगी।