कोरोना, पिछले तीन साल से वैश्विक स्तर पर गंभीर स्वास्थ्य जोखिम बना हुआ है, इसका खतरा अभी कम नहीं हुआ है। कई देशों में ओमिक्रॉन के एरिस (EG.5.1) और पिरोला (BA.2.86) जैसे वैरिएंट के कारण पिछले एक महीने में तेजी से संक्रमण के मामले बढ़ते हुए देखे गए हैं। नए वैरिएंट्स के कारण अस्पताल में संक्रमितों और यहां तक कि मरने वालों की संख्या भी बढ़ती हुई देखी जा रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को कोरोना संक्रमण के खतरे को लेकर अलर्ट रहने की सलाह देते हैं।
इस बीच सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) वैज्ञानिकों ने हालिया रिपोर्ट में एक नए संक्रमण के बढ़ते मामलों के लेकर अलर्ट किया है। सीडीसी विशेषज्ञों ने कहा, संयुक्त राज्य अमेरिका के कई हिस्सों में विब्रियो वल्निकस नाम के बैक्टीरिया के कारण संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते देखे गए हैं, इस साल इस बैक्टीरिया से संक्रमण के कारण 13 लोगों की मौत भी हो चुकी है। लगभग 200 अमेरिकी हर साल विब्रियो वल्निकस के संक्रमण के शिकार होते हैं और उनमें से लगभग पांच लोगों की मौत हो जाती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सभी लोगों को इस संक्रमण से बचाव के लिए प्रयास करते रहने की आवश्यकता है। आइए इस बैक्टीरिया और संक्रमण से होने वाले जोखिमों के बारे में जानते हैं।
विब्रियो वल्निकस संक्रमण के बारे में जानिए
विब्रियो वल्निकस बैक्टीरिया इंसानों में घातक संक्रमण का कारण बन सकता है। यह कच्चे या अधपके मांस खाने से त्वचा में घाव का कारण बनता है। संक्रमण के लक्षण बहुत तेजी से विकसित होने शुरू होते हैं और इसके कारण बुखार, लो ब्लड प्रेशर की समस्या के साथ दर्दकारक छाले हो सकते हैं। अगर आपको लगता है कि आपको विब्रियो वल्निकस का संक्रमण हुआ है तो तुरंत इस बारे में विशेषज्ञ की सलाह ली जानी चाहिए, यह गंभीर और जानलेवा भी हो सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, संक्रमितों को इंटेंसिव केयर की जरूरत हो सकती है और संक्रमण बढ़ने की स्थिति में अंग विच्छेदन की आवश्यकता हो सकती है।
क्या कहते हैं सीडीसी विशेषज्ञ?
अमेरिका के कुछ हिस्सों में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सीडीसी विशेषज्ञ कहते हैं, वी. वल्निकस का इंक्यूवेशन पीरियड काफी कम होता है और यह त्वचा और ऊतकों में नेक्रोटाइजिंग संक्रमण का कारण बन सकता है। सीडीसी ने कहा कि बाढ़, तूफान और महामारी जैसी चरम मौसम संबंधी घटनाएं इस संक्रमण के बढ़ने का कारण हो सकती हैं।
सीडीसी का कहना है कि बैक्टीरिया मई से अक्टूबर के महीने में तेजी से बढ़ता है, समुद्री वातावरण वाले हिस्सों में इस संक्रमण के बढ़ने और लोगों को बीमार करने का खतरा अधिक देखा जाता रहा है।
विब्रियो वल्निकस के जोखिम कारक
कुछ विशेष स्थितियों वाले लोगों को बैक्टीरिया के संपर्क में आने पर विब्रियो वल्निकस संक्रमण होने की आशंका अधिक होती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, यदि आपको सिरोसिस सहित लिवर की बीमारियां रही हैं, क्रोनिक किडनी डिजीज है, मधुमेह के शिकार रहे हैं या फिर ऐसी किसी बीमारी से पीड़ित हैं जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करती है तो इसके कारण आपमें संक्रमण और इसके कारण गंभीर रोग विकसित होने का खतरा अधिक हो सकता है।
कुछ अध्ययनकर्ताओं ने यह भी पाया है कि महिलाओं की तुलना में पुरुषों में इस बैक्टीरिया के कारण संक्रमण होने और इसके जोखिमों का खतरा अधिक देखा जाता रहा है।
बचाव के लिए करते रहिए प्रयास
डॉक्टर कहते हैं, कुछ सामान्य से देखभाल वाले उपायों का पालन करके आप संक्रमण के खतरे को कम कर सकते हैं। कच्चे या अधपके मांस, विशेषकर समुद्री मछलियों का सेवन कम करें। यदि आपकी त्वचा पर कोई घाव है या आपने हाल ही में टैटू या सर्जरी कराई है तो समुद्री जल और खारे पानी के संपर्क से बचें। समुद्र के आसपास रहने वाले लोगों में इस संक्रमण के होने का खतरा अधिक होता है, ऐसे लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।