गर्मी का पारा जिस तरह बढ़ता जा रहा है अब चिंता का सबब बन रहा है। अप्रैल में ही तापमान का 40 के पार चला जाना स्वास्थ्य के लिए भी खराब है। ऐसे में हीट स्ट्रोक का खतरा सबसे ज्यादा बढ़ जाता है।
गर्मियों के मौसम में उत्तर भारत में हीटवेव का आना कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस बार अप्रैल की महीने में ही तापमान के पारे का 40 के पार पहुंच जाना चिंता जरूर बढ़ाता है। भीषण गर्मी की वजह से हमारा शरीर भी तापमान को बनाए रखने से जूझता है, जिससे सेहत को गंभीर तरह से नुकसान हो सकते हैं। हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, थकावट, दस्त, कंफ्यूजन और हीट क्रेम्प्स इस दौरान होने वाली आम स्वास्थ्य समस्याएं बन जाती हैं। कई लोग इस दौरान गंभीर रूप से भी बीमार पड़ जाते हैं।
हीट स्ट्रोक होने पर फौरन मेडिकल अटेंशन की जरूरत होती है। इलाज न होने पर यह आपके दिमाग, दिल, किडनी और मांसपेशियों को बुरी तरह से नुकसान पहुंचा सकता है। आप इलाज का जितना इंतजार करेंगे, आपकी स्वास्थ्य को उतना ही नुकसान होता चला जाएगा। इससे जुड़ी जटिलताएं मौत का भी कारण बन सकती हैं।
इग्नोर करने की गलती न करें
1. शरीर का तापमान बढ़ना
शरीर का तापमान 104 डिग्री या उससे ज्यादा हो जाना हीट स्ट्रोक की निशानी है। ऐसा होने पर व्यक्ति को फौरन अस्पताल ले जाना चाहिए।
2. दिल की धड़कनों का बढ़ना
शरीर का तापमान बढ़ने से दिल की धड़कने बढ़ने लगती हैं।
3. सांसों का तेज होना
जब तापमान बढ़ता है, तो शरीर खुद को ठंडा रखने के लिए सांसों को बढ़ा देता है। ऐसे में आप तेज-तेज सांसें लेने लगते हैं। शरीर का तापमान बढ़ने से दिल पर भी दबाव पड़ता है। ऐसा इसलिए क्योंकि दिल को शरीर का तापमान प्राकृतिक तरीके से ठंडा करने के लिए तेजी से और जल्दी रक्त को पम्प करना पड़ता है। जिसकी वजह से सांस लेने में दिक्कत आ सकती है।
4. कुछ समझ में न आना
हीट स्ट्रोक हमारे दिमाग के फंक्शन को भी प्रभावित करता है, जिससे कंफ्यूजन, असंतुलन और यहां तक कि दौरे भी शुरू हो सकते हैं। एक्सर्शनल हीट स्ट्रोक आपके केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को बाधित करता है, इसलिए समन्वय की कमी, भटकाव, गुस्सा, या चलने में असमर्थता प्रमुख चेतावनी संकेत हो सकते हैं।
5. सिर दर्द
भयानक सिर दर्द के साथ अक्सर चक्कर आना या सिर का भारी महसूस होने जैसे हीट स्ट्रोक के लक्षण भी दिखते हैं। यह लक्षण आमतौर पर पानी की कमी से होता है।
6. त्वचा पर चकत्ते
हीट स्ट्रोक होने पर शरीर त्वचा की तरह रक्त प्रवाह करता है, ताकि वह ठंडा हो सके। इसकी वजह से त्वचा लाल हो जाती है। हीट स्ट्रोक की वजह से स्किन रूखी या चिपचिपी भी हो सकती है।
7. मांसपेशियों में अकड़न या कमजोरी
हीट स्ट्रोक की वजह से मांसपेशियों में अकड़न हो जाती है, इसके अलावा आपको कमजोरी या फिर बेहोशी भी हो सकती है। एक्सरसाइज के बाद बीमार महसूस हो सकता है, जिसे हीट क्रेम्प्स कहते हैं।
8. मितली और उल्टी आना
शरीर का तापमान बढ़ने से मितली और उल्टी होना हमारी बॉडी का एक प्राकृतिक रिस्पॉन्स है।
9. त्वचा का गर्म और रूखा होना
शरीर का तापमान बढ़ने से त्वचा भी गर्म लगती है, साथ ही रूखी हो जाती है। इस दौरान ऐसा भी लग सकता है कि त्वचा जल रही है। भयानक गर्मी के बावजूद पसीना नहीं आता।