अगर आप इस बार छुट्टियों में ट्रेकिंग पर जाने का मन बना रहे हैं और समझ नहीं पा रहे हैं कि दोस्तों के साथ कहां जाएं तो हम आपको कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं।
गर्मी शुरु होते ही हम सब घूमने फिरने का प्लान बनाने लगते हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें एडवेंचर करने की इच्छा तो होती है, लेकिन एक्सपीरियंस न होने के चलते हिम्मत नहीं जुटा पाते। ट्रेकिंग भी उन्हीं गतिविधियों में से एक है। अगर आप इस बार छुट्टियों में ट्रेकिंग पर जाने का मन बना रहे हैं और समझ नहीं पा रहे हैं कि दोस्तों के साथ कहां जाएं, तो हम आपको कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो ट्रेक की शुरुआत के लिए बढ़िया ऑप्शन साबित हो सकते हैं।
ट्रेकिंग अक्सर उन लोगों को पसंद आती है, जो शोर-शराबे और भीड़ से हटकर प्रकृति के करीब जाना चाहते हैं। इसके लिए केवल इच्छा शक्ति और एक निश्चित स्तर की फिटनेस की आवश्यकता होती है। लेकिन अगर आप पहली बार ट्रेकिंग ट्राई करने जा रहे हैं, तो इन जगहों से शुरुआत कर सकते हैं।
दयारा बुग्याल ट्रेक
उत्तराखंड के बुग्याल में स्थित ये जगह भारत में सबसे अच्छे ट्रेक में से एक है। यहां नए ट्रेकर्स से लेकर अनुभवी ट्रेकर्स तक आपको दोनों मिल जाएंगे। यहां अल्पाइन घास के मैदानों से लेकर हरे-भरे चरागाहों से होकर गुजरना पड़ेगा। पीछे हिमालय के खूबसूरत और ऊंचे पहाड़ देखने को मिलेंगे। ट्रेक के दौरान आप घने देवदार और ओक के जंगलों और नालों का भी अनुभव करेंगे। दयारा बुग्याल को एकमात्र ऐसा ट्रेक कहा जाता है, जहां संपूर्ण गंगोत्री और यमुनोत्री पर्वतमाला के लुभावने दृश्य देखने को मिलते हैं। पगडंडी के किनारे कैम्प्स भी मिलेंगे, जहां थोड़ी देर रुककर आराम किया जा सकता है।
हम्प्टा पास ट्रेक
ट्रेकिंग की शुरुआत करने वालों के लिए, हम्प्टा पास ट्रेक एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। ट्रेक कुल्लू के हम्पटा गांव से शुरू होकर लाहौल और स्पीति घाटी के चतरू में समाप्त होता है। 35 किमी की दूरी तय करने में लगभग 4 से 6 दिन लगते हैं और अगर आप एक अच्छी फिटनेस रूटीन का पालन करते हैं, तो यह आपके जीवन के सबसे शानदार अनुभवों में से एक होगा।
त्रिउंड ट्रेक
सभी हिमालयी ट्रेक उतने कठिन नहीं होते, जितने सुनने में लगते हैं। अगर आपने अभी तक हिमालयन ट्रेक ट्राई नहीं किया है, तो आपको त्रिउंड ट्रेक से शुरू करना चाहिए, जो आसान है और कांगड़ा घाटी और आसपास के धौलाधार पर्वतमाला के लुभावने दृश्यों को देखने को मौका दिलाएगा। मैक्लोडगंज, भागसुनाग या धरमकोट से ट्रेक शुरू करें और फिर अपनी गति से चलना शुरू करें, सुंदर ओक के जंगलों और सुंदर गांवों से गुजरते हुए लगभग 4-5 घंटे में चोटी पर पहुंचें। यहां आप खूबसूरत सनसेट देख सकते हैं और अगर इससे ज्यादा चाहते हैं, तो रातभर रुककर सुबह का सूर्योदय भी देख सकते हैं।
नाग टिब्बा ट्रेक
उत्तराखंड में ही यह एक और आसान हिमालयन ट्रेक है, जो नए ट्रेकर्स के लिए सुझाया जा सकता है। ट्रेक की शुरुआत पथरीले इलाके से होती है, जो लगभग आसानी से किया जा सकते हैं। यहां के दृश्य काफी जादुई और मनमोहक लगते हैं। इस ट्रेक को करने के प्राथमिक कारणों में से एक यह है कि यह गढ़वाल की चोटियों से शुरू होकर काला नाग, केदारनाथ, बंदरपूंछ और स्वर्गारोहिणी के शानदार व्यू देता है। यहां नाग देवता को समर्पित एक मंदिर भी मिलेगा, जो स्थानीय लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है।
चेम्बरा पीक ट्रेक
समुद्र तल से 2100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित चेम्बरा पीक वायनाड का सबसे ऊंचा स्थान है, जो वायनाड क्षेत्र के मनोरम दृश्य को देखने के लिए आदर्श स्थान के रूप में भी जाना जाता है। जैसे ही आप इस ट्रेक पर निकलते हैं, आपको रोलिंग चाय/कॉफी के बागान, हरे-भरे जंगलों और घास के मैदान भी देखने को मिलते हैं। इस क्षेत्र में आपको वनस्पतियों और जीवों की विविधता की एक झलक मिलेगी। यहां आपको दिल के आकार की एक झील भी देखने को मिलती है।