महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने रविवार को कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से कहा कि वे वी डी सावरकर और जवाहरलाल नेहरू जैसी राष्ट्रीय शख्सियतों को बदनाम करना बंद करें और इसके बजाय देश के सामने पेश अहम मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करें।
ठाकरे ने यहां एक सम्मेलन में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश की स्वतंत्रता के लिए लड़ने वाले राष्ट्रीय नायकों की आलोचना करना अनुचित है क्योंकि सभी के सकारात्मक और नकारात्मक पहलू होते हैं।
उन्होंने कहा, क्या ‘राहुल गांधी का कद सावरकर के बारे में बुरा बोलने का है, जिन्हें 50 साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई थी? जेल से बाहर आने की रणनीति नाम की कोई चीज होती है। इसे समर्पण या माफी कैसे कहा जा सकता है?’
राहुल गांधी ने यह दावा करके एक विवाद खड़ा कर दिया था कि सावरकर ने अंग्रेजों से दया के लिए अंडमान सेलुलर जेल से उन्हें याचिकाएं भेजी थी। मनसे प्रमुख ने कहा, ‘भाजपा पंडित जवाहरलाल नेहरू को बदनाम कर रही है और यह बंद होना चाहिए। देश के सामने कई महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जिन पर ध्यान दिया जाना चाहिए। आजादी की लड़ाई लड़ने वाले राष्ट्रीय नायकों की आलोचना करने से आपको कोई लाभ नहीं होगा। हर किसी के सकारात्मक और नकारात्मक पहलू होते हैं। अब नकारात्मक पक्ष को उजागर करने की जरूरत नहीं है।’
ठाकरे ने छत्रपति शिवाजी के बारे में टिप्पणी करने पर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की भी आलोचना की और उन पर ‘मराठी विरोधी’; होने का आरोप लगाया। इस बीच, कांग्रेस ने ठाकरे पर पलटवार करते हुए कहा कि लोगों का उन पर से विश्वास उठ गया है क्योंकि वह अपना राजनीतिक रुख बदलते रहते हैं। मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष भाई जगताप ने कहा, ‘ठाकरे को राहुल गांधी की आलोचना करने का कोई अधिकार नहीं है। मनसे राजनीतिक दल के रूप में समाप्त हो गई है।’