ट्रेन के जरिए गांजा तस्करी हो रही है। संयुक्त जांच के दौरान आरपीएफ व जीआरपी की टीम ने जोनल स्टेशन के प्लेटफार्म एक से दो तस्करों को नौ किलो गांजा के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपितों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया गया है।
मामला बुधवार का है। अभी गांजा तस्करों के लिए रेलवे के दोनों सुरक्षा विभाग बेहद सख्त है और लगातार स्टेशन व प्लेटफार्म में जांच की जा रही है। जांच के दौरान मुखबिर से सूचना मिली की चाइल्ड लाइन कार्यालय के सामने दो व्यक्ति खड़े हैं। दोनों के पास रखे बैग में मादक पदार्थ गांजा रखा हुआ है।
दोनों टिकट लेकर बिलासपुर से अनूपपुर जाने के लिए खड़े हैं। यह सूचना मिलते ही अमला सतर्क हो गया। उन्होंने मुखबिर के द्वारा बताए हुलिए के अनुसार दोनों व्यक्ति तलाश की। दोनों सामने से आ रहे थे। जिस पर जीआरपी व आरपीएफ सतर्क हो गई। हालांकि इससे पहले पकड़ने की कार्रवाई की जाती दोनों भागने लगे। इस पर उन्हें घेराबंदी कर पकड़ा गया। पहले तो उनसे सामान्य पूछताछ की गई।
जिसमें एक ने अपना नाम नंदकिशोर (23) निवासी दूरीडेयूल थाना कंतमाल जिला बौद्ध ओडिशा व दूसरे ने अपना नाम समीर दीगाल (30) निवासी बोउपोंगा थाना गोछापोंडा जिल कंघमाल ओडिशा बताया। इसके बाद जब उनसे भागने की वजह पूछी गई तो वह गोलमोल जवाब देने लगे। लिहाजा दोनों के पास रखे बैग की तलाशी ली गई। इस दौरान नंदकिशोर के बैग से तीन पैकेट में पांच किलो गांजा बरामद हुआ। वहीं दूसरे आरोपित के पास में दो पैकेट में चार किलो गांजा जब्त हुआ। जब्त गांजा की कीमत 45 हजार रुपये हैं।
आरोपितों के खिलाफ जीआरपी ने धारा 20 बी एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। इस कार्रवाई में जीआरपी थाना प्रभारी हरीश शर्मा, प्रधान आरक्षक विश्वनाथ चक्रवर्ती, केशव घुतलहरे,, राजा दुबे व लक्ष्मीनारायण और आरपीएफ के उप निरीक्षक एके मिंज, उप निरीक्षक एसबी द्विवेदी व आरक्षक नीरज कुमार शामिल थे।