गुरुग्राम में धनकोट बसई रेलवे स्टेशन के नजदीक ट्रेन से कटकर चार दोस्तों की मौत के मामले में नया खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में सामने आया कि इंस्टाग्राम पर फॉलोअर बढ़ाने की चाहत में चारों कुछ अलग वीडियो बनाने के लिए पांच दिन से रेलवे लाइन पर जा रहे थे। इनमें से 19 वर्षीय यूनुस दनकौर के अट्टा फतेहपुर गांव का रहने वाला था।
दनकौर के गांव में अंतिम संस्कार
चार दोस्तों की मौत से गुरुग्राम की देवीलाल कॉलोनी से लेकर दनकौर के अट्टा फतेहपुर गांव तक मातम पसरा हुआ है। पुलिस ने मोबाइल से चारों की पहचान की। यूनुस के परिजनों को बुधवार को हादसे की जानकारी मिली तो गांव लाकर शव का अंतिम संस्कार कर दिया। मृतक के ताऊ कालू ने बताया कि उनका भाई ईदू पिछले 15 वर्षों से अपने इकलौते बेटे यूनुस व दो बेटियों के साथ गुरुग्राम में रहकर मजदूरी करता है। परिवार की आर्थिक हालात ठीक न होने के कारण यूनुस पढ़ाई छोड़कर बाइक मैकेनिक का काम सीख रहा था।
यूनुस का दोस्त समीर अपनी बहन तन्नू के साथ सेक्टर-15 में एक मोबाइल की दुकान पर मोबाइल रिपेयरिंग का काम सीख रहा था। मंगलवार को वह दुकान से बहन की स्कूटी लेकर कॉलोनी में आया था। इसी स्कूटी पर सवार होकर चारों दोस्त बसई-धनकोट के पास सुनसान रेलवे लाइन पर पहुंचे थे। चारों दोस्तों के घर एक ही कॉलोनी में हैं।
लॉकडाउन में घर वालों ने पढ़ने के लिए दिलवाया था फोन
मृतकों के परिजनों ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन पढ़ाई के लिए एंडरॉयड फोन दिलवाया था। परिजनों को इस बात का आभास भी नहीं था कि वह अपने बच्चों को भविष्य संवारने के लिए जो फोन दिलवा रहे हैं वह एक दिन उनकी मौत का कारण बनेगा। मृतकों के शव के पास टूटी हालत में मिले उनके मोबाइल फोन को देखकर परिजन बार-बार रो रहे हैं।
एक ही स्कूल में पढ़ते थे चारों दोस्त
परिजनों के मुताबिक चारों दोस्त देवीलाल कॉलोनी के ही एक निजी स्कूल में पढ़ते थे। लॉकडाउन में स्कूल बंद होने के कारण चारों अलग-अलग जगहों पर पार्ट टाइम काम कर रहे थे। इसके साथ ही उनको इंस्टाग्राम पर रील बनाने का शौक था। इस कारण वह काम के बीच में ही अलग-अलग जगहों पर रील बनाने के लिए निकल जाते थे। मंगलवार को भी लगातार पांचवें दिन रेलवे लाइन पर रील बनाने के लिए पहुंचे थे।
चारों दोस्त बिना बताए घर से निकले
हादसे के दूसरे दिन मंगलवार को पुलिस की जांच में सामने आया कि वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर डालने के लिए चारों दोस्त रेलवे लाइन पर गए थे। परिजनों ने बताया कि चारों दोस्त बिना बताए घर से निकले थे। पुलिस जांच में सामने आया कि चारों में से एक दोस्त अनस ने करीब तीन दिन पहले ही अपने इंस्टग्राम अकाउंट से रेलवे लाइन पर खड़े होकर एक फोटो और रील को अपलोड किया था। अनस की इस फोटो और रील पर 40 लोगों ने लाइक व कमेंट किया। उसी को देखकर बाकी दोस्त भी अनस के साथ वीडियो बनाने का प्रयास कर रहे थे।
पोस्टमार्टम के बाद शव सौंपे
जीआरपी थाना प्रभारी रामफल ने बताया कि इस हादसे को लेकर परिजनों की तरफ से कोई शिकायत नहीं दी गई है। ऐसे में बुधवार को चारों दोस्तों के शवों का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिए गए हैं। इस मामले में अभी जांच जारी है।