जैसलमेर: जैसलमेर के लाठी से बड़ी खबर आ रही है जहां इस कस्बे में अज्ञात बीमारी के प्रकोप से लोगों के मन में दहशत भर गई है. दरअसल इस इलाके में किसी अज्ञात बीमारी की चपेट में आने से एक दर्जन से अधिक भेड़ों की मौत हो चुकी है. अभी भी पशुपालक श्रवर खां की कई भेड़ें बीमार बताई जा रही हैं जिन्हें पहले ही पशुधन का बड़ा नुकसान हो चुका हैं.
लाखों का नुकसान
रहस्यमयी तरीके से हुई मौतों के बाद पशुपालक को हजारों का नुकसान हो चुका है. वहीं इस अज्ञात बीमारी के प्रकोप से पूरे जिले के पशुपालकों के चेहरे पर चिंता की लकीरें छा गई हैं.इस अजीबोगरीब मामले के सामने आने के बाद पशुपालक श्रवण खां ने प्रशासन से जल्द से जल्द मदद करने की अपील की है. वहीं कस्बे के बाकी पशुपालकों का कहना है कि अगर उनकी भेड़ों और अन्य जानवरों को यही बीमारी लग गई तो वो आखिर अपने परिवार की गुजर बसर किस तरह से कर सकेंगे.
मरु महोत्सव से पहले नई मुसीबत
दरअसल कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमितों की संख्या में उतार-चढ़ाव के बीच जैसलमेर के मशहूर मरु महोत्सव (Desert Festival) को राज्य सरकार की तरफ से हरी झंडी दिखाए जाने से पर्यटन व्यवसायियों से लेकर प्रशासन के जिम्मेदारों में उत्साह दिखाई दे रहा है.
एक ओर पर्यटन को संजीवनी प्रदान करने और हजारों लोगों के रोजगार देने के नाम पर सरकार ने कोरोना गाइडलाइन की पालना करते हुए इस आयोजन को मंजूरी दी है. वहीं दूसरी ओर इस अज्ञात बीमारी की चर्चा अब कस्बे की सीमाओं से निकल कर जैसलमेर शहर तक पहुंच गई है.
गौरतलब है कि गोल्डन सिटी के नाम से मशहूर जैसलमेर पाकिस्तान की सीमा से सटा सीमावर्ती जिला है. जहां तीन दिन के मरु महोत्सव की शुरुआत 14 फरवरी से होगी. जहां लाठी कस्बे से भी सैकड़ों लोग रोजगार की आस में जाते हैं. ऐसे में नई जिला कलेक्टर डॉ. प्रतिभा सिंह के सामने इस अज्ञात बीमारी से लोगों के पशुधन को बचाना एक बड़ी चुनौती हो सकता है.