नई दिल्ली, कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुलिस और जिला प्रशासन ने जांच और सख्ती बढ़ा दी है। इसी के तहत महरौली इलाके में छापा मारकर पुलिस और प्रशासन की टीम ने एक बड़े रेस्तरां-बार को सील कर दिया। यहां पर दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हुए बड़ी पार्टी आयोजित की जा रही थी। दियाब्लो रेस्तरां-बार आयोजित इस पार्टी में क्षमता से अधिक करीब 600 लोगों की भीड़ जुटाई गई थी, जिससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा था।
डीडीएमए के दिशानिर्देशों के मुताबिक किसी भी रेस्तरां में उसकी क्षमता के 50 प्रतिशत लोग ही एक समय में मौजूद रह सकते हैं। जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची तो देखा पार्टी में न तो लोगों ने मास्क लगा रखा था और न ही वे शारीरिक दूरी का पालन कर रहे थे। पार्टी के दौरान बड़ी संख्या में लोग हुक्का व शराब पीते भी मिले।
दक्षिणी दिल्ली जिले की डीएम सोनालिका जिवानी ने बताया कि ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से गठित फ्लाइंग स्क्वाड शिकायत मिलने पर महरौली इलाके में स्थित रेस्तरां में निरीक्षण के लिए पहुंची तो देखा वहां कोरोना दिशानिर्देशों का उल्लंघन हो रहा था।
मास्क और शारीरिक दूरी के बिना ही 600 लोग पार्टी कर रहे थे। इसकी सूचना महरौली थाना पुलिस को दी गई और रेस्तरां-बार को सील कर दिया गया। वहीं, दक्षिणी दिल्ली जिले के एडिशनल डीसीपी एम. हर्षवर्धन ने बताया कि महरौली थाने में रेस्तरां प्रबंधन के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली गई है। डीडीएमए की गाइडलाइन का पालन करवाने के लिए पुलिस की टीमें निरीक्षण और छापेमारी कर रही हैं।
दिल्ली के बाजारों, बार एवं रेस्तरां में कोविड नियमों के उल्लंघन पर उपराज्यपाल एवं दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के अध्यक्ष अनिल बैजल ने सख्ती दिखाई है। राजनिवास के सूत्रों के अनुसार एलजी ने पुलिस एवं जिला प्रशासन को डीडीएमए के दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि बाजारों में भीड़भाड़ है। बार, रेस्तरां और सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। संक्रमण दर बढ़ने के साथ ही कोरोना मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। इसलिए डीडीएमए द्वारा 15 दिसंबर को जारी किए गए आदेश को सख्ती से लागू किए जाएं। इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। इससे पहले सोमवार को हुई डीडीएमए की बैठक में भी एलजी ने ओमिक्रोन पर विशेषज्ञों के साथ चर्चा कर निर्देश दिए थे। इसमें संवेदनशील सभी कार्यक्रमों पर पाबंदी लगाने के लिए कहा था।