जालंधर, एक अरसे बाद माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्रेन्योर (एमएसएमई) से संबंधित इंडस्ट्रीज के लिए फिर से आशा की किरण जगी है। दरअसल पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की तरफ से एमएसएमई सेक्टर से संबंधित समस्याओं एवं मसलों को जानने के लिए जल्द बैठक की जाएगी। मुख्यमंत्री की इस बैठक से पहले उद्योग एवं वाणिज्य विभाग एमएसएमई सेक्टर की समस्याओं एवं मसलो को जानने को लेकर खासा सक्रिय हो गया है।
विभाग की तरफ से जिलों के डिस्ट्रिक्ट इंडस्ट्री सेंटरों (डीआईसी) के तमाम जनरल मैनेजरों को पत्र भेजकर अति शीघ्र एमएसएमई इंडस्ट्री में पेश आ रही समस्याओं एवं मसलों के बारे में सूचित करने को कहा गया है। इन समस्याओं को विभाग ने साथ भिजवाए गए फॉर्मेट में कलमबद्ध करने के लिए कहा है। हालांकि मुख्यमंत्री की इस बैठक के आयोजन की संभावित तारीख, समय और स्थान के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है। विभाग की तरफ से भिजवाए गए पत्र में यह कहा गया है कि संबंधित डीआईसी सेंटर जिले की प्रमुख एमएसएमई एसोसिएशंस के साथ संपर्क साधें। और उन्हें फॉर्मेट के मुताबिक जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कहें। हालांकि पत्र में उक्त जानकारी 26 अगस्त तक भिजवाने के लिए दिशानिर्देश जारी किए गए थे।
उद्योगपतियों में बैठक को लेकर नहीं है कोई उत्साह
दूसरी तरफ फिलहाल विभाग की इस कवायद को लेकर उद्योगपतियों में कोई खास उत्साह नजर नहीं आ रहा है। उद्योगपति आपस में जानकारी उपलब्ध करवाने को लेकर विचार-विमर्श ही कर रहे हैं। जालंधर इंडस्ट्रियल फोकल प्वाइंट एक्सटेंशन एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह सग्गू की तरफ से उक्त जानकारी मांगे जाने की पुष्टि की गई है।