कांवड़ यात्रा कैंसिल होने के बाद दिल्ली, पंजाब, हरियाणा से हरिद्वार गंगा जल लेने आए 325 कांवड़ियों को रेलवे स्टेशन पर ही जीआरपी ने रोक लिया। सभी कांवड़ियों को शटल बस, रोडवेज और ट्रेनों से वापस भेजा गया। वापस न जाने वाले कांवड़ियों को पुलिस ने 14 दिन तक क्वारंटाइन रहने और केस दर्ज करने की चेतावनी दी थी। हरिद्वार में लगने वाले कावड़ मेले को सरकार ने स्थगित कर दिया था। रविवार से सावन माह लगने के बाद हरिद्वार आने वाले कावड़िए चोरी-छिपे हरिद्वार आने शुरू हो गए हैं। सोमवार सुबह हरिद्वार पहुंची ट्रेनों से काफी संख्या में कांवड़िए हरिद्वार पहुंच गए।
हरिद्वार स्टेशन पर पहुंची मसूरी एक्सप्रेस, अमृतसर एक्सप्रेस, हावड़ा एक्सप्रेस और बाड़मेर एक्सप्रेस से करीब 325 से अधिक कावड़िए हरिद्वार स्टेशन पर उतर गए। स्टेशन पर चेकिंग कर रही जीआरपी ने सभी कांवड़ियों को रोक लिया और वेटिंग रूम में बैठा दिया। पुलिस ने पूछताछ की तो मालूम हुआ कि सभी युवक हरिद्वार से गंगाजल लेने आए हैं। पुलिस ने कांवड़ियों को बताया कि इस साल कांवड़ मेला स्थगित है। इसीलिए उन्हें यहां से ही वापस जाना होगा। कुछ लोगों ने वापस जाने से इनकार किया तो जीआरपी ने केस दर्ज करने के साथ ही 14 दिन हरिद्वार में क्वारंटाइन करने की चेतावनी दी।
इसके बाद कांवड़िए अपने टिकट से वापस लौट गए। कुछ लोगों को शटल बस के माध्यम से नारसन की सीमा तक भेजा गया है। जबकि कुछ लोगों को पुलिस की ओर से ही टिकट कराकर ट्रेनों से वापस भेज दिया गया। रोडवेज बसों के माध्यम से भी कांवड़ियों को हरिद्वार से लौटाया गया था। जीआरपी एसओ अनुज सिंह ने बताया कि सभी कांवड़ियों को वापस भेज दिया गया है। किसी भी कांवड़ियों को हरिद्वार शहर में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। ट्रेनों से आने वाले कांवड़ियों के लिए शटल बस लगाई गई है। जिनसे उन्हें वापस भेजा जाएगा।
ग्रुप के साथ पहुंचे थे युवा:दिल्ली से काफी संख्या में कांवड़िए हरिद्वार पहुंचे थे। सबसे ज्यादा संख्या दिल्ली से आने वाले कांवड़ियों की थी। ग्रुप में युवा हरिद्वार पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि पिछले कई सालों से वह सावन माह के शुरुआत में ही हरिद्वार आते हैं और जल लेकर जाते हैं।