देहरादून, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने एक बार फिर दोहराया है कि हरिद्वार कुंभ के दौरान हुई कोरोना वायरस जांच में गड़बड़ी के मामले में दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना है कि इसीलिए सरकार ने एसआइटी का गठन किया है। हरिद्वार में कोरोना वायरस जांच का मामला अब राजनीतिक रूप से तूल पकड़ रहा है।
दरअसल, एक शिकायत पर की गई प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई कि कोरोना वायरस जांच के दौरान बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है। प्रारंभिक जांच की रिपोर्ट पर सरकार ने पहले जिलाधिकारी हरिद्वार को मामले की जांच सौंपी गई थी। सरकार के निर्देश पर जिलाधिकारी हरिद्वार ने इसकी एसआइटी जांच के निर्देश दिए।
वहीं, शनिवार को पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कि इस मामले में सामान्य जांच कराई गई थी। जब इस जांच में खामी सामने आई तो अब इसमें एसआइटी जांच की जा रही है। सरकार इस मामले में दोषियों को किसी भी हाल में नहीं छोड़ेगी। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि वह एसआइटी जांच की ही मांग कर रहे थे। यह अच्छी बात है कि सरकार ने इस मामले में एसआइटी जांच शुरू करा दी है। हालांकि, वह पूर्व में इस मामले की न्यायिक जांच की भी वकालत कर चुके हैं।