पूरी दुनिया में कोरोना महामारी ने एक बार फिर से पैर पसारना शुरू कर दिया है। इस खतरनाक महामारी के प्रसार पर काबू पाने के लिए कई देश अपने स्तर से एहतियातन कदम उठा रहे हैं। इनमें से कुछ देशों ने लॉकडाउन की प्रक्रिया अपनाई है तो कुछ देशों ने कोरोना के नए स्ट्रेन से बचने के लिए विदेशी यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है।
कोरोना महामारी के प्रसार को देखते हुए फिनलैंड की सरकार ने 17 अप्रैल 2021 तक के लिए विदेशी यात्रियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। फिनलैंड में देश की आंतरिक सीमा से लेकर बाहरी सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी तरह की लापरवाही न हो। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सरकार का यह नियम 19 मार्च से प्रभावी हो गया है।
22 मार्च से इटली ने भी बढ़ते मामलों को देखते हुए 10 खतरनाक जोन को रेखांकित करते हुए विदेशी यात्रियों के प्रवेश पर छह अप्रैल तक के लिए रोक लगा दी है। बता दें कि इटली ऐसा पहला यूरोपीय देश है, जिसने सबसे पहले राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगाया था। अब यहां लगभग हर शहर से प्रति एक लाख लोगों पर 250 से अधिक मामले दर्ज हो रहे हैं। यहां हर हफ्ते करीब 22,000 मामले और 360 मौत दर्ज हो रही हैं।
जर्मनी ने पूरे देश में लॉकडाउन को 15 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया है। यहां की सरकार ने कई दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं जिसके तहत कोरोना प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों को प्रवेश के लिए क्वारंटीन और जांच की शर्त रखी है।
कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए नीदरलैंड ने भी लॉकडाउन को 20 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया है। इस दौरान यहां की सरकार ने अपने नागरिकों से 15 मई तक विदेश की यात्रा नहीं करने को कहा है।