देश-दुनिया में कोरोना वैक्सीन आने की खबरें तेज हो चली हैं। इस बीच भारत में कोरोना टीकाकरण के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। दरअसल, भारत में टीकाकरण के लिए करीब 82 लाख टीकाकरण केंद्र मौजूद हैं। ये केंद्र सार्वभौमिक प्रतिरक्षण कार्यक्रम (यूआईपी) के तहत बनाया गया बुनियादी ढांचा है, जो दुनिया का सबसे बड़ा नेटवर्क माना जाता है। हालांकि, देश में शुरुआती टीकाकरण के फेज-1 में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) और अन्य केंद्रों का इस्तेमाल किया जाएगा।
यूआईपी समीक्षा और बहु-वर्षीय योजना दस्तावेज के मुताबिक, देश में 81.87 लाख से अधिक टीकाकरण केंद्र हैं, जहां विभिन्न तरह के टीके लगाए जाते हैं। हालांकि, इनमें से अधिकांश केंद्रों की शुरुआत तब होगी, जब हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स के टीकाकरण के बाद अन्य लोगों को टीका लगाने का काम शुरू होगा.
कोविड टीकाकरण के पहले फेज की तैयारियों में लगे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के कई अधिकारियों ने बताया कि पहले फेज के लिए सभी राज्य सिर्फ प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों का इस्तेमाल करेंगे या पीएचसी से बेहतर सुविधा वाले केंद्रों का प्रयोग किया जाएगा।
महाराष्ट्र में एनएचएम मिशन के डायरेक्टर रामास्वामी एन ने बताया, ‘निर्देशों के अनुसार, कोविड टीकाकरण के लिए सभी राज्य यूआईपी नेटवर्क और मानव संसाधन का उपयोग करेंगे, जिसमें बीडीएस डॉक्टर और एएनएम टीके लगाएंगे। हालांकि, टीकाकरण के पहले फेज में स्वास्थ्य कर्मचारियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके लगाए जाएंगे। उस दौरान सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों और उससे ऊपर की सुविधा वाले केंद्रों को टीकाकरण पॉइंट बना दिया जाएगा।’