इस साल अगस्त में अनुमान से ज्यादा और सितंबर में काफी कम बारिश हुई। हालांकि, इस बार मानसून लंबा चला और उम्मीद है कि अब महीने के अंत में यह वापस लौट जाएगा। दक्षिण-पश्चिम मानसून लगभग दो हफ्तों की देरी से 28 सितंबर के आसपास उत्तर पश्चिम भारत के चरम भागों से वापस लौटने को तैयार है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मौसमी मॉडल ने संकेत दिया है कि महाराष्ट्र से इसका निकास सामान्य से कुछ स्थानों पर थोड़ा विलंबित हो सकता है।
बताया गया कि आम तौर पर, मानसून गुजरात, राजस्थान, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों और पूर्वी यूपी और पश्चिम मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों से 1 अक्टूबर तक वापस चला जाएगा। हालांकि, पुणे और मुंबई में अक्टूबर के दूसरे सप्ताह के अंत तक मानसून के वापस लौटने के संकेत हैं। मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और विदर्भ में बारिश की गतिविधि 27 सितंबर के बाद काफी कम होने की संभावना है, लेकिन कोंकण में ऐसा नहीं है। कोंकण में अक्टूबर दूसरे सप्ताह तक बारिश कम होने और मौसम सुधरने की संभावना है।
बात आने वाले कुछ दिनों के मौसम की करें तो मौसम विभाग द्वारा गिनती के कुछ स्थानों पर ही बारिश का पूर्वानुमान लगाया है। आज यानी शनिवार की बात करें तो संभावित रूप से अरुणाचल प्रदेश और असम और मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, तटीय राज्य और यनम, तेलंगाना और तटीय कर्नाटक में भारी वर्षा की चेतावनी जारी हुई है।
यहां आपको बता दें कि भारतीय मौसम विभाग ने शनिवार को भारी बारिश की आशंका जताते हुए तेलंगाना में अलग से अलर्ट जारी किया है। आईएमडी ने कहा कि शनिवार को दिन के दौरान तेलंगाना के अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। जैसा की मौसम विभाग ने अपने बुलेटिन में बताया भी है। मौसम विभाग ने पश्चिम गोदावरी, कृष्णा, गुंटूर, प्रकाशम, नेल्लोर, चित्तूर, अनंतपुर, कडप्पा और कुरनूल जिलों में छिटपुट स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। इसके अलावा श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखापट्टनम और पूर्वी गोदावरी जिलों में अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।